आखिर क्यों Rajinikanth ने एक समय फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का कर लिया था फैसला, फिर K. Balachander की वजह से बने स्टार

के. बालाचंदर जैसे बडे़ फिल्ममेकर के साथ पहली ही फिल्म में काम मिलना बड़े गर्व की बात थी। पहली ही फिल्म में रजनीकांत ने अपने आइडियल कमल हासन के साथ काम लिया

When Rajinikanth Almost Left The Film Industry: फिल्म एक्टर रजनीकांत, जिन्हे उनके फैन्स प्यार से रजनी अन्ना व थलाइवा भी बुलाते हैं। वो साउथ की सिनेमा इंडस्ट्री के ना सिर्फ बेताज बादशाह की तरह हैं बल्कि उन्हे भगवान का दर्जा भी प्राप्त है।12 दिसंबर 1950 को एक पुलिस कांटेबल के घर पैदा हुए रजनीकांत 72 साल के हो गए हैं। रजनीकांत जब बड़े हुए तो परिवार की जिम्मेदारी संभालने के लिए कुली और यहां तक की बस कंडक्टर की नौकरी भी की और इस दौरान वो अपने स्टाइल और एक्टिंग से वो सबका मनोरंजन भी करते थे। बहुत कम ही लोगों को पता है कि रजनीकांत फिल्मों का भी शौक रखते थे और अपने स्कूल व कॉलेज पीरियड के दौरान रजनीकांत ने कई नाटकों में भी हिस्सा लिया था।

फिल्मों के प्रति बढ़ते रूझान की वजह से रजनीकांत ने मद्रास फिल्म संस्था में दाखिला लेकर बाकायदा एक्टिंग का कोर्स भी किया और नाटकों का मंचन करने लगे। इसी दौरान रजनीकांत को उस समय के मशहूर साउथ फिल्म मेकर के. बालाचंदर ने देखा, तो रजनीकांत के अंदर छुपी प्रतिभा को देखकर वो बहुत प्रभावित हुए और फिल्मों में काम करने का ऑफर दिया। रजनीकांत को तो जैसे बिन मांगी मुराद मिल गई हो।

के. बालाचंदर जैसे बडे़ फिल्ममेकर के साथ पहली ही फिल्म में काम मिलना बड़े गर्व की बात थी। पहली ही फिल्म में रजनीकांत ने अपने आइडियल कमल हासन के साथ काम लिया। फिल्मों काम करने के सिलसिले कू शुरूआत के.बालाचंदर की फिल्मों से तो हो गया। इस दौरान रजनीकांत ने खलनायक या एंटी हीरो के रूप में अपनी पहचान बनाई। बाद में रजनी अन्ना पर लगे एंटी हीरो की छाप को खत्म भी किया गया।

वो फिल्म मेकर एसपी मुथुरामन थे, जिनकी फिल्म ने रजनीकांत को बतौर हीरो साउथ फिल्मों का सुपरस्टार बना दिया। रजनीकांत के पूरे फिल्मी सफर को तीन भागों में बाटा जा सकता है। रजनीकांत की कामयाबी का ये पहला सफर था। एक समय ऐसा भी आया कि रजनीकांत फैन्स से मिल रहे प्यार और शोहरत को संभाल नहीं पा रहे थे। ऊपर से फिल्मी दुनिया की चकाचौंध से अन्ना परेशान हो गए थे। फिर अचानक उन्होने फिल्म इंडस्ट्री छोडने का मन बना लिया था और कोई भी साइन नहीं करने का फैसला कर लिया।

रजनीकांत के इस फैसले की खबर जब कमल हासन और फिल्म मेकर के.बालाचंदर को हुई, तब उन्होने रजनीकांत को काफी समझाया और फिर रजनीकांत अपने दोस्त और गुरू की बातें टाल नहीं पाए। फिर इसके बाद शुरू हुआ रजनी अन्ना के फिल्मी करियर का दूसरा सफर, जिसने रजनी अन्ना को बेपनाह शोहरत और दर्शकों का प्यार दिया और इस दौरान रजनी अन्ना ने कई हिंदी फिल्मों में भी काम किया।

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