पैसे देकर फ़िल्में हिट करवाते हैं Karan, सरेआम कुबूला सच, निर्देशक के बयान से इंडस्ट्री में हलचल

करण जौहर अपनी फिल्मों में ज्यादातर रोमांटिक, ट्रायंगल जैसे स्टोरी लेकर आते हैं जिन्हें दर्शक भी खूब पसंद करते हैं। उन्होंने 'कुछ-कुछ होता है', 'कभी खुशी कभी गम' जैसी फ़िल्में बनाई है

फिल्मी दुनिया दो नजरों से देखी जाती है। पहली नजर दर्शक की, दूसरी नजर कलाकारों की। दर्शक की नजर से फिल्मी दुनिया काफी चमकती हुई, ग्लैमरस और लाइमलाइट में दिखाई देती है। वही कलाकारों की नजरों से देखा जाए तो लाइट, कैमरे और एक्शन का सामना करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कलाकार अपनी फिल्मों को दर्शक तक पहुंचाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। ऐसे में जब ये फिल्म न चले तो कितना दुख होता है ये फ़िल्मी दुनिया से जुड़े लोग ही समझ पाते हैं। क्योंकि एक फिल्म में कई लोगों की मेहनत लगती। इसी बीच बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर निर्देशक करण जौहर ने बताया कि आखिर एक फिल्म को प्रमोट करने के लिए उन्हें कितनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है? जब कभी फिल्म का प्रमोशन ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है तो उन्हें भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है। तो चलिए डिटेलिंग में जानते हैं कि आखिर करण जौहर ने क्या कहा?

करण जौहर ने खोले कई सीक्रेट्स
होता क्या है कि जब हम किसी फिल्म को देखते हैं तो हमारे रिव्यूज ही उसे ब्लॉकबस्टर बनाते हैं। लेकिन कुछ ऐसी फिल्में जो नहीं चल पाती है उनके लिए फिल्म मेकर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसा कहा जाता है कि, एक हीरो को हीरो बनाने में कई हीरो के हाथ होते हैं। यानिकि साफ़ शब्दों में कहा जाए तो एक फिल्म बनाने के लिए कई मेकर्स लगते हैं तब कही जाकर फिल्म सिनेमाघरों में दस्तक दे पाती है। जब बॉक्स ऑफिस पर आकर फिल्म फ्लॉप हो जाए तो इसका दुख कोई नहीं समझ सकता। अब करण जौहर ने फिल्म दुनिया से जुड़े कुछ सीक्रेट्स रिवील किए हैं।

उन्होंने बताया कि, ‘यदि आप ध्यान दें, जो लोग सिनेमाघरों के बाहर वोक्स पॉप करते हैं, जो बात करने के लिए चल रहे हैं, वे सभी सबसे सनसनीखेज बातें कहना चाहते हैं। असली दर्शक हाथ से निकल कर दूर चले गए हैं, लेकिन कुछ लोग इसलिए जोर-शोर से रिएक्शन दे रहे हैं क्योंकि वे वायरल होना चाहते हैं। अब, वायरल होने के लिए, वे हमसे बकवास कर रहे हैं।’

फिल्म को हिट कराने के लिए देते हैं पैसे
आगे करण जौहर ने अपने शब्दों में कहा कि, “कभी-कभी हम भी पीआर के तौर पर अपने लोगों को फिल्म की तारीफ करने के लिए भेजते हैं, ऐसा भी होता है। जैसे ही बाकी पैनल ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, कुछ ने अविश्वास व्यक्त किया और कुछ ने मनोरंजन किया। देखिए, कभी-कभी आप भी अपनी छाप छोड़ने के लिए संघर्ष कर रहे होते हैं। एक निर्माता के रूप में, आप अपनी फिल्म को सुनाने का हर संभव प्रयास करेंगे। हालांकि, मैं आलोचना की आलोचना कर सकता हूं, लेकिन जब वे किसी फिल्म की प्रशंसा करते हैं तो मैं उनकी पीठ भी थपथपा सकता हूं.. मैं हर फिल्म के साथ बदलता हूं।”

‘फिल्म अच्छी है तो हम इंटरव्यू ठुकरा देते हैं..’
करण जौहर ने बताया कि, कैसे जब एक फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करती है तो वे खुद ही इंटरव्यू देने से मना कर देते हैं। उन्होंने कहा कि, “कुछ फिल्में अपने आप चलती हैं, इसलिए मैं ऊंचे स्तर पर जा सकता हूं और शांत रह सकता हूं। कुछ फिल्में औसत होती हैं, इसलिए हमें यह आभास देना होगा कि वे वास्तव में उससे बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।”

उन्होंने कहा कि, जब कोई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही होती है, तो वह आराम से बैठ सकते हैं और इंटरव्यू ठुकरा सकते हैं क्योंकि उन्हें किसी और प्रचार की आवश्यकता नहीं है। अगर एक औसत फिल्म है तो आपको संघर्ष करना होगा, आपको चारों ओर एक आभा और ऊर्जा पैदा करनी होगी..। यह एक बहुत ही दिलचस्प अभ्यास है।’

करण ने बॉलीवुड को दी सुपरहिट फ़िल्में
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, करण जौहर हिंदी सिनेमा के टॉप निर्देशक है जिन्होंने ‘कुछ-कुछ होता है’, ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘ए दिल है मुश्किल’, ‘कल हो ना हो’, ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का निर्माण किया है। करण जौहर अपनी फिल्मों में ज्यादातर रोमांटिक, ट्रायंगल जैसे स्टोरी लेकर आते हैं जिन्हें दर्शक भी खूब पसंद करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि करण जौहर स्टार किड्स को लॉन्च करने के लिए भी जाने जाते हैं। वह अब तक आलिया भट्ट, जहान्वी कपूर समेत कई स्टार किड्स का डेब्यू करा चुके हैं।

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