Dharmesh Darshan Opens Up About His Nickname: 90 के दशक के मशहूर फिल्म मेकर धर्मेश दर्शन को उनकी सुपरहिट फिल्मों लुटेरे,राजा हिन्दुस्तानी और धड़कन आदि के लिए जाना जाता है। इन फिल्मों की जबरदस्त कामयाबी ने कई सितारों का करियर पटरी पर ला दिया था। वैसे बात अगर धर्मेश दर्शन और उनके परिवार की करें, तो फिल्म प्रोड्यूसर दर्शन सभरवाल और महेश भट्ट की बहन शीला के बेटे हैं। इस तरह से दर्शन परिवार और भट्ट परिवार का आपस में खास कनेक्शन है और सभी फिल्मों के निर्माण से ही जुड़े हुए हैं। धर्मेश दर्शन को लोग प्यार से ट्वॉय के निकनेम से हैं। ये खुलासा धर्मेश ने लहरें के साथ दिए एक इंटरव्यू में किया है।
फिल्म मेकर धर्मेश दर्शन ने वरिष्ठ पत्रकार भारती एस प्रधान के साथ लहरें के लिए खास बातचीत में ऐसा खुलासा किया है। भारती प्रधान ने धर्मेश को ट्वॉय कहकर ही बुलाया और कहा कि वो उन्हे इसी नाम से ही बुलाएंगी। क्योंकि वो शुरू ही से उन्हे इसी नाम से जानती हैं। इस पर धर्मेंश जी ने कहा कि आप बिल्कुल इसी नाम से बुलाइए। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। फिर धर्मेश दर्शन ने अपने नाम को लेकर एक रोचक किस्सा भारती एस प्रधान के साथ शेयर कर दिया। धर्मेश के मुताबिक ट्वॉय और धर्मेश दर्शन में बहुत ही ड्रेमैटिक डिफरेंट है। अगर मुझे कोई ट्वॉय कहकर बुलाता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं होती है। मेरा नाम धर्मेश दर्शन काफी भारी नाम है।
धर्मेंश ने इस मौके पर दिलीप कुमार की बहन सईदा जी ने उनके नाम को लेकर कहा था कि धर्मेश तुम्हारा नाम धर्मेश दर्शन सिनेमा के बारे में काफी कुछ कहता है। बहुत पावरपुल नेम है। निर्देशक ने इस मौके पर अपना पूरा नाम भी बताया जो धर्मेश दर्शन दीवान सबरवाल। धर्मेश ने आगे ये भी कहा कि मेरे पिता दर्शन सबरवाल और मां शीला दर्शन थी। इसलिए मैंने पिता जी का नाम अपने नाम में लगा लिया। भारती जी ने बाद में ये भी पूछा कि आजकल आपका नाम धर्मेश शीला दर्शन मैंने कई जगह देखा है। जो कि आपके मां के नाम पर है। फिर धर्मेश जी ने कहा कि मेरी मां को गुजरे दशक से ज्यादा का समय हो गया है।
फिल्म निर्माता ने अपने इसी बात को आगे बढाते हुए कहा कि मैंने फिल्मों में तो कई डेथ सीन्स शूट किए है लेकिन जब मेरे माता पिता का एक के बाद निधन हुआ तो मैं सदमे में चला गया था। फिर इस सदमे से बाहर आने में मुझे सालों लग गए। फिर कोविड के बाद मैंने अपने नाम के बाद मां और पिता जी का नाम ऐड किया और सोचा कि अब कुछ ऐसा करके देखते हैं। फिर मेरा नाम धर्मेश शीला दर्शन हुआ। उस समय मेरे दिमाग में संजय लीला भंसाली का नाम नहीं आया था। जिन्होने अपने नाम में मां का नाम रखा है।