Tabu ने इस वजह से Baghban में Hema Malini का रोल करने से कर दिया था इनकार, जानिए दोनों एक्ट्रेसेस के पहले रिएक्शन में क्या थी समानताएं

तब्बू को जब इस फिल्म की कहानी सुनाई गई। तो उन्हे बहुत अच्छी लगी और कहानी सुनने के बाद वो काफी इमोशनल भी हो गई व रोने भी लगी थी लेकिन...

Why Tabu Rejected Amitabh Bachchan Baghban: हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता निर्देशक बीआर चोपड़ा अपनी खास तरह की फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। बीआर चोपड़ा के बाद उनके बेटे रवि चोपड़ा ने भी अपने पिता की लीगेसी को बरकरार रखा। बीआर चोपड़ा दिलीप कुमार और सायरा बानो को लेकर एक फिल्म बनाना चाहते थे, जिसका जिक्र भी उन्होने दिलीप कुमार से किया था। पर बात नहीं बन पाई और धीरे धीरे समय बीतता चला गया। बाद में यहीं फिल्म उन्होने अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी को लेकर बनाई, जिसका नाम था बागबान। 2003 में रिलीज इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया, जो करीब करीब राजेश खन्ना की अवतार फिल्म का आधुनिक रूप था, पर इसे अलग तरह से बनाया गया था। फिल्म में माता पिता और उनके बच्चों के बीच की बॉन्डिंग और फिर समय के हिसाब से बनते बिगड़ते रिश्तों को बड़ी ही खूबसूरती से दिखाया गया था। जिसका निर्देशन रवि चोपड़ा ने किया था। अब इस फिल्म को लेकर प्रोड्यूसर रेनू चोपड़ा ने कई खुलासे किए हैं।

हाल ही में रवि चोपड़ा की वाइफ व प्रोड्यूसर रेनू चोपड़ा ने पिंकविला से फिल्मों के निर्माण व उससे जुड़े कई पहलुओं पर विस्तार से बातचीत की है। इसी बातचीत में रेनू चोपड़ा ने बताया कि वो बागबान में हेमा मालिनी नहीं तब्बू को साइन करना चाहते थी। तब्बू को जब इस फिल्म की कहानी सुनाई गई। तो उन्हे बहुत अच्छी लगी और कहानी सुनने के बाद वो काफी इमोशनल भी हो गई व रोने भी लगी थी। बाद में तब्बू ने रवि चोपड़ा से कहा कि रवि जी कहानी तो बहुत अच्छी है, लेकिन माफ कीजिएगा मैं चार बच्चों की मां का किरदार नहीं कर पाऊंगी। तब्बू उस वक्त 36 साल की थी और अमिताभ बच्चन करीब 65 के थे। इस तरह से तब्बू ने बागबान में काम करने से मना कर दिया था और इसके बाद हेमा मालिनी को अप्रोच किया गया था।

लहरें रेट्रो के साथ बातचीत में हेमा मालिनी ने भी शुरू में बागबान में काम करने से मना कर दिया था। वो बताती हैं कि जब उन्होने कहानी सुनी, तो कहानी तो अच्छी थी लेकिन चार चार बच्चों की मां का किरदार करना उनकी समझ में नहीं आ रहा था। उन्होने अपनी मां से कहा कि चार इतने बड़े बड़े बच्चों की मां का रोल करने को बोल रहा है। मैं ये कैसे कर पाउंगी। फिर मां ने डांटते हुए कहा कि नहीं नहीं, तुम्हे ये फिल्म करनी चाहिए। फिर हेमा मालिनी ने कहा कि क्यों? फिर मां ने रिप्लाई करते हुए कहा कि फिल्म की स्टोरी काफी अच्छी है। इसके बाद मैंने फिल्म के लिए हां कर दी। कई सालों बाद मैं फिल्म करने जा रही थी। इसलिए थोड़ा सा मैं असमंजस में थी।

आपको बता दें इस फिल्म को सशक्त बनाने के लिए रवि चोपड़ा ने लेखक जोड़ी सलीम जावेद से काफी मदद ली थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन का भाषण जावेद अख्तर ने लिखा था, तो वहीं सलीम खान ने सलमान खान के लिए स्पीच तैयार की थी। कहा तो ये भी जाता है कि सलमान खान के रोल के लिए पहले रवि चोपड़ा ने आमिर खान, शाहरुख खान और यहां तक कि सैफ अली खान को भी अप्रोच किया था, लेकिन बात नहीं बन पाई थी। इसी तरह से अमन चोपड़ा के किरदार के लिए पहले मोहनीश बहल को ऑफर दिया गया था। लेकिन मोहनीश ने भी रिजेक्ट कर दिया था। तब्बू ने फिर तीन साल बाद चीनी कम में अमिताभ बच्चन के साथ काम किया था। चीनी कम में तब्बू की एक्टिंग को खूब सराहा गया था।

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