Javed Akhtar Defends Mohammad Shami: भारत के प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी के खिलाफ कुछ मौलानाओं और सोशल मीडिया पर की गई आलोचनाओं के खिलाफ खुलकर अपना समर्थन जताया है। जावेद अख्तर, जो अपनी सामाजिक मुद्दों पर स्पष्ट राय के लिए जाने जाते हैं, ने शमी के मामले में अपनी आवाज़ उठाते हुए कहा कि इस प्रकार की नफरत फैलाने वाली टिप्पणियाँ और आलोचनाएं बिलकुल गलत हैं। जावेद अख्तर ने सोशल मीडिया पर साझा किए अपने पोस्ट में लिखा है कि आप इन मुर्खों की परवाह मत कीजिए।
चैंपियन्स ट्रॉफी नें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में एनर्जी ड्रिंक पीने को लेकर मोहम्मद शमी की कुछ मौलानाओं ने जमकर आलोचना की है। मौलानाओं ने ये भी कहा कि रमजान में रोजा रखना हर मुसलमान पर फर्ज है। शमी ने रमजान के दौरान रोजा न रखकर गुनाह किया है। जिसे अल्लाह कभी माफ नहीं करेगा। हालाकि कईयों ने शमी का समर्थन भी किया है और कहा है कि देश के लिए खेलना सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में रोजा रखना पहली प्राथमिकता नहीं है। रोजा बाद में भी रखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर भी शमी को इसे लेकर काफी ट्रोल किया गया।
शमी के मामले को लेकर अब गीतकार जावेद अख्तर ने सोशल मीडिया पर अपनी राय रखी है और उन सभी कट्टरपंथियों को करारा जवाब दिया है। जिन्होने शमी की आलोचना की थी। जावेद अख्तर ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है कि शमी साहब, आप उन प्रतिक्रियावादी कट्टर मूर्खों की परवाह मत करो जिन्हें दुबई के क्रिकेट मैदान में दोपहर में आपके पानी पीने से कोई परेशानी है। इससे उनका कोई लेना देना नहीं है। आप महान भारतीय टीम के सदस्यों में से एक हैं जो हम सभी को गौरवान्वित कर रहे हैं। आपको और हमारी पूरी टीम को मेरी शुभकामनाएं।
Shami saheb , don’t give a damn to those reactionary bigoted idiots who have any problem with your drinking water in a burning afternoon at a cricket field in Dubai . It is none of their business. You are one of the great Indian team that is making us all proud My best wishes…
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 7, 2025
आपको बता दें कि मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ी हमारे देश का गर्व हैं और हमें उन्हें उनका समर्थन देना चाहिए। जावेद अख्तर ने न केवल मोहम्मद शमी का समर्थन किया है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक संदेश भी दिया है कि कि खेल और देशभक्ति से जुड़े मुद्दों को धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए। अख्तर ने कहा कि शमी का योगदान क्रिकेट में अद्वितीय है, और उन्हें इस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणियों से बाहर आकर सम्मान मिलना चाहिए।
इससे पहले भी जावेद अख्तर ने शमी को लेकर हुई आलोचना पर जवाब दिया था और समाज के सख्त तनकीद दी थी। उनका कहना था कि हमें समाज में एक स्वस्थ मानसिकता और तात्कालिक प्रतिक्रिया की जरूरत है, ताकि किसी भी खिलाड़ी या व्यक्ति को उनके धर्म या समुदाय के आधार पर अलग-अलग दृष्टिकोण से न देखा जाए। समाज को हर किसी की पहचान और प्रयासों का सम्मान करना चाहिए, न कि उन्हें उनकी जाति या धर्म के आधार पर आंकना चाहिए। आपको बता दें कि ये पूरा मामला बरेली की एक संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के एक बयान के बाद तूल पकड़ा था और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर ये बयान वायरल हो गया था। हालाकि कई लोगों ने शमी का समर्थन भी किया है। लेकिन सवाल ये है कि क्या ऐसी बयानबाजी का इस समाज में जगह होनी चाहिए।