Good News!! उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ गरीबों को देंगे सस्ते फ्लैट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाइट हाउस प्रोजेक्ट (LHP) के तहत गरीब शहरी लोगों को 1,040 से अधिक फ्लैट वितरित करेंगे।

UP CM Yogi to distribute over 1,040 flats to poor urban people: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) गरीबों की मदद के लिए एक नई पहल के तौर पर राजधानी के 1040 गरीबों को मात्र 4.75 लाख रुपये में 415 वर्ग फुट क्षेत्र के फ्लैट सौंपेंगे। फ्लैट की कुल कीमत 12.59 लाख रुपये होगी। इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से 7.83 लाख रुपये अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। कुल 4.76 लाख रुपये की शेष धनराशि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) श्रेणी के लाभार्थी को देनी होगी।उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) गरीबों की मदद के लिए एक नई पहल के तौर पर राजधानी के 1040 गरीबों को मात्र 4.75 लाख रुपये में 415 वर्ग फुट क्षेत्र के फ्लैट सौंपेंगे। फ्लैट की कुल कीमत 12.59 लाख रुपये होगी। इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से 7.83 लाख रुपये अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। कुल 4.76 लाख रुपये की शेष धनराशि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) श्रेणी के लाभार्थी को देनी होगी।

एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, फ्लैट का आवंटन प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अनुसार किया जाएगा और डूडा के माध्यम से डीएम की अध्यक्षता में खुली लॉटरी का भी आयोजन होगा। देश में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया (जीएचटीसी इंडिया) के तहत 14 राज्यों ने केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय में शहरी कमजोर वर्गों को ध्यान में रखते हुए आवेदन किया था। इसमें छह राज्यों मध्य प्रदेश में इंदौर, गुजरात में राजकोट, तमिलनाडु में चेन्नई, झारखंड में रांची, त्रिपुरा में अगरतला और उत्तर प्रदेश में लखनऊ को ‘लाइट हाउस प्रोजेक्ट’ के तहत आवास बनाने के लिए चुना गया है।

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शहीद पथ स्थित अवध विहार योजना में प्रस्तावित लाइट हाउस प्रोजेक्ट (एलएचपी) के निर्माण के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रोजेक्ट का शिलान्यास अगले साल एक जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से करेंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम के तहत 14 मंजिला टावर बनाए जाएंगे और 1,040 फ्लैट कमजोर वर्ग के लोगों को दिए जाएंगे।

राज्य सरकार अनुसंधान संस्थानों के माध्यम से नई तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में नई तकनीक का प्रयोग किया जाएगा, जिस कारण निर्माण कार्य कम समय में ही पूरा कर लिया जाएगा। एलएचपी निर्माण क्षेत्र को बदलकर रख देगा, क्योंकि यह निर्माण की एक नई गति का विकास करेगा और पूर्व-निर्मित (प्री फैब्रिकेटेड) वस्तुओं के प्रयोग से निर्माण ज्यादा टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल होगा।

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