क्यों एक-दूसरे के दुश्मन बन बैठे थे राजेश खन्ना-शत्रुघ्न सिन्हा? बोले- काश उनकी मौत से पहले माफी मांग लेता…

साल 1992 के एक उपचुनाव में राजेश और शत्रुघ्न एक दूसरे के आमने-सामने थे। शत्रु बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ रहे थे तो वहीं राजेश खन्ना कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ रहे थे। बस यही से दोनों की तकरार शुरू हो गई।

शत्रुघ्न सिन्हा और राजेश खन्ना दोनों ही हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रहे हैं। राजेश खन्ना भले ही इस दुनिया में नहीं है, लेकिन आज भी वह अपनी फिल्मों के माध्यम से दर्शकों के दिलों में जिंदा है तो वही शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्में भले ही इन दिनों ना आती हो लेकिन आज भी उनकी फैन फॉलोइंग में कोई कमी नहीं आई। 70 और 80 के यह सितारे आज भी एक्टिंग की दुनिया पर राज करते हैं। बता दें, राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा की निजी जिंदगी काफी सुर्खियों में रही। इन दोनों के बीच एक ऐसी अनबन हुई थी जो हमेशा के लिए इनको एक दूसरे का शत्रु बना गई। अब इसी बीच पुराने दिनों को याद करते हुए शत्रुघ्न सिंह ने कहा कि, काश वह राजेश खन्ना से माफी मांग लेते। तो चलिए जानते हैं आखिर राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा से जुड़ा यह पूरा मांजरा क्या है?

चुनावी चक्कर में दोस्ती खो बैठे दिग्गज सितारें
दरअसल, इन दोनों के रिश्ते में कड़वाहट तब पैदा आई जब दोनों ने राजनीति की दुनिया में कदम रखा। जी हां… साल 1992 के एक उपचुनाव में राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा एक दूसरे के आमने-सामने थे। जहां शत्रुघ्न सिन्हा भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे थे तो वहीं राजेश खन्ना कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ रहे थे। बस यही से दोनों की तकरार शुरू हो गई। अंत में यह दोनों चुनाव हार गए और दोस्ती भी हार गए थे। अब पहली बार शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया कि राजेश खन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद उन्हें बहुत ही पछतावा हुआ। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने माफी मांगने की भी इच्छा जाहिर की।

सालों बाद छलका शत्रुघ्न सिन्हा का दर्द
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने बयान में कहा कि, “दिल्ली के चुनाव में हम एक दूसरे के खिलाफ लड़े थे। उन्हें लगा- मेरे खिलाफ कैसे खड़े हो गए। ‘मैंने कहा- मैं आपके खिलाफ नहीं लड़ रहा। ये फैसला पॉलिटिकल पार्टी करती है कि कौन कहां से लड़ेगा। राजेश बहुत अपसेट थे जब मैं उपचुनाव में उनके खिलाफ लड़ा। सच कहूं तो, मैं ऐसा नहीं चाहता था, लेकिन लाल कृष्ण अडवाणी जी को मैं मना नहीं कर सकता था। मैंने राजेश को ये समझाने की कोशिश की लेकिन उन्हें ये बात पसंद नहीं आई, हमने बहुत लंबे समय तक बात नहीं की। बहुत साल बाद हमने बात करनी शुरू कर दी, हालाँकि हमारा रिश्ता पहले जैसे नहीं रहा।”

‘काश मैं माफी मांग लेता..’’
एक्टर ने कहा कि, “जब वो हॉस्पिटल में थे, मैं जाकर उनसे माफी मांगना चाहता था।, लेकिन दुखद ये हुआ कि मेरे ऐसा करने से पहले ही वो नहीं रहे। हम करीबी दोस्त थे, लेकिन चुनाव के बाद, उन्होंने मुझसे रिश्ता तोड़ दिया था। सब ठीक करने की मेरी कोशिश के बावजूद, मेरे उनसे माफी मांगने से पहले कई साल गुजर गए, कुछ साल बाद हम दोनों हॉस्पिटल में भर्ती थे।

मैं अक्सर अपनी बेटी सोनाक्षी से कहता था कि, जब मैं डिस्चार्ज हो जाऊंगा तो उनसे मिलने जाऊंगा। बदकिस्मती से, मैं उनसे मिलकर माफी नहीं मांग सका। सोनाक्षी ने मुझे बताया कि राजेश खन्ना अंकल नहीं रहे। जब मैं अपना पहला चुनाव हारा, मैंने खुद से कहा- मैं सिर्फ चुनाव ही नहीं हारा, मैंने एक दोस्त को भी हारा है।” बता दें, राजेश खन्ना साल 2012 में इस दुनिया को अलविदा कह गए। वह काफी लंबे समय से लीवर की समस्या से जूझ रहे थे।

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