हिंदी सिनेमा में Holi के गीतों का इतिहास, ब्लैक एंड व्हाइट इरा से लेकर आज के Holi गीतों का जलवा

सबसे पहले होली का गीत हमें महबूब खान की 1940 की फिल्म औरत में देखने को मिलता हैं। इस फिल्म में एक नहीं बल्कि दो दो गाने हैं। इन गीतों को अपने संगीत के जादू से सजाया है संगीतकार अनिल बिस्वास ने

Holi Songs In Hindi Cinema: हिंदी सिनेमा में जब होली के गीतों की बात होती है। तो ऐसे कई होली के मशहूर गीत हैं। जो होली के मौके पर लोगों की जुबान पर होते हैं। इन्ही में एक गीत है अमिताभ बच्चन की फिल्म सिलसिला का रंग बरसे। ये होली का ऐसा नहीं है जिसकी लोकप्रियता कभी भी कम नहीं होगी। इसके अलावा आज के जमाने के गीतों लेट्स प्ले होली के बीट्स हमें थिरकने पर मजबूर कर देते हैं। ऐसे कई होली के गीत हैं जो हमें झूमने पर मजबूर कर देते हैं क्योकि होली है ही उडगंद और उल्लास का त्योहार, जिसमें हर कोई सराबोर होना चाहता है। तो चलिए कुछ ऐसी ही फिल्मों के गीतों और उनके इतिहास पर डालते हैं एक नजर।

सबसे पहले होली का गीत हमें महबूब खान की 1940 की फिल्म औरत में देखने को मिलता हैं। इस फिल्म में एक नहीं बल्कि दो दो गाने हैं। इन गीतों को अपने संगीत के जादू से सजाया है संगीतकार अनिल बिस्वास ने। पहले गाने के बोल थे जमुना तट श्याम खेले होली और दूसरे के आज होली खेलेंगे साजन के संग। अमूमन इन्ही गीतों को हिंदी सिनेमा का पहला टिपिकल होली गीत माना जाता है। इसके बाद 1950 की फिल्म जोगन में संगीतकार बुलोसी रानी के संगीत से सजा गीत गीता दत्त की आवाज में सुनने और देखने को मिला था। जिसके बोल थे डारो रे रंग डारे रे रसिया।

दिलीप कुमार और निम्मी पर फिल्माया गीत खेलो रंग हमारे संग फिल्म आन में देखने को मिला। नौशाद के संगीत से सजा ये गीत खूब मशहूर हुआ था। ये हिंदी सिनेमा की पहली टेक्नोकलर फिल्म थी। यह फिल्म 1953 में रिलीज हुई थी। इसके बाद 1953 में रिलीज हुई दो और फिल्मों राही और माशूका में भी होली के गीत देखने को मिले। 1954 में फिल्म पूजा और 1956 में दुर्गेश नंदिनी में भी होली का गीत फिल्माया गया। 1958 में महबूब खान की मदर इंडिया में होली का गीत होली आई रे कन्हाई देखने को मिला।

1959 में वी शांताराम की फिल्म नवरंग में रंगों का फुहार देखने को मिला। फिल्म के गाने अरे जा रे नटखट में होली के रंगों का उल्लास देखने को मिला। इसके बाद 1960 में दिलीप कुमार और मीना कुमारी की फिल्म कोहिनूर में होली का गीत तन रंग लो फिल्माया गया। 1963 में फिल्म गोदान में होली खेलत नंदन देखने को मिला। इसके बाद 1965 में दो दिल और 1966 में आई फूल और पत्थर में होली के गीत फिल्माए गए।

1970 की तीन फिल्मों में होली के गीत नजर आए। पहली थी फिल्म कटी पतंग जिसमें राजेश खन्ना और आशा पारेख पर होली का गीत आज न छोड़ेंगे, दूसरी फिल्म होली आई रे का टाइटल ट्रैक महेंद्र कपूर की आवाज में गाया और तीसरी फिल्म जो इसी साल रिलीज हुई वो थी मस्ताना।

इसके बाद 1973 में पराया धन,फागुन और नमक हराम में और 1975 में रिलीज फिल्म शोले और ज़ख्मी में होली के गीत फिल्माए गए। 1978 में दिल्लगी और 1981 में फिर अमिताभ बच्चन और रेखा,जया बच्चन व संजीव कुमार पर फिल्माया सिलसिला का गीत रंग बरसे ने इस फिल्म को अमर कर दिया। 1982 में कामचोर,नदिया के पार और राजपूत में होली पर गीत फिल्माया गया। 1984 में मशाल और 1985 में आखिर क्यों का होली का गीत मशहूर हुआ। 1993 में शाहरूख खान की डर व धनवान। 2000 की फिल्म मोहब्बतें में फिर होली का गीत लोगों की जुबान पर चढ़ा।

2003 में अमिताभ बच्चन की बांगबान, फिल्म मुंबई से आया मेरा दोस्त,2005 में अक्षय कुमार की वक्त,आमिर खान की मंगल पांडे, 2010 की एक्शन रिप्ले,मेरे ब्रदर की दुल्हन और 2013 में बलम पिचकारी फिल्म ये जवानी है दिवानी में नजर आया। इस गाने पर यूथ जमकर थिकरते हैं। 2014 में रिलीज रणवीर सिंह औऱ दीपिका पादुकोण की फिल्म गोलियो की लीला राम लीला का लहू मुंह लग गया सुनने को मिला। इसके अलावा 2014 की गुलाब गैंग,2017 की बेगम जान,बद्री की दुल्हनियां,जॉली एलएलबी 2 और 2019 में रिलीज फिल्म मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर का गाना बाजा बाजा है। जो फिल्म नवरंग के गाने जा रे नटखट का रिक्रियक्शन है।

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