Suresh Oberoi Reveals Unknown Facts Of Ek Baar Phir Exclusively: फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेरॉय को सिनेमा में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए जाना जाता है। 77 वर्षीय अभिनेता ने 1977 में फिल्म जीवन मुक्त से अपने हिंदी सिनेमा के करियर की शुरूआत की थी। इसके बाद सुरेश ओबेरॉय ने कई शानदार फिल्मों में अभिनय कर लोगों का दिल जीता। दिलचस्प बात ये है कि आज ओबेरॉय फैमिली की तीसरी पीढ़ी सिनेमा के क्षेत्र से जुड़ी हुई है। हाल ही में सुरेश ओबेरॉय ने लहरें रेट्रो के लिए सीनियर पत्रकार भारती एस प्रधान से खास बातचीत में अपने फिल्मी सफर से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया था।
सुरेश ओबेरॉय ने 1980 में एक फिल्म की थी। जिसका नाम एक बार फिर था। इस फिल्म में सुरेश ओबेरॉय के साथ अभिनेत्री दीप्ति नवल लीड में थी। सुरेश ओबेरॉय ने इस फिल्म में एक बिगड़े हुए सुपरस्टार का किरदार निभाया था। जिसकी उस वक्त काफी आलोचना हुई थी। फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं चल पाई थी। इस फिल्म को विनोद पांडे ने निर्देशित किया था। लहरें से बातचीत में इस बारे में जानकारी देते हुए सुरेश ओबेरॉय ने कहा कि वो कान्स फेस्टीवल में गए हुए थे। वहां उनकी मुलाकात अमजद खान से हुई थी। वो पहली बार उनसे मिले थे। इसलिए बड़ी ही गर्मजोशी से अमजद खान से हाथ मिलाया।
अभिनेता ने आगे कहा कि अमजद खान ने फिर उनकी फिल्म एक बार फिर में निभाए उनके रोल को लेकर उन्हे काफी भला बुरा कहा और कहा कि ऐसे होते हैं फिल्म स्टार्स, जो आपने परदे पर निभाया है। अमजद खान के इस व्यवहार को सुरेश ओबेरॉय उस वक्त समझ नहीं पाए और कहा कि उन्होने सिर्फ अपना काम किया है। अपना रोल ईमानदारी से निभाया है। बाद में आनंद सागर व दूसरे लोगों के समझाने के बाद अमजद खान का गुस्सा शांत हुआ था और वो फिर अच्छे से बात किए थे और कहा था कि कुछ भी होगा मेरे लायक तो बताना। सुरेश ओबेरॉय के लिए ये एक बुरा अनुभव था।
इसी कड़ी में सुरेश ओबेरॉय की विलेन की भूमिका वाली फिल्म श्रध्दांजलि 1981 में और इससे पहले एक बार फिर फिल्म रिलीज हुई थी। इन दोनों ही फिल्मों में सुरेश ओबेरॉय की निगेटिव भूमिका थी और इससे उनकी इमेज एक विलेन के तौर पर बन गई थी। श्रध्दांजलि और एक बार फिर के बाद कोई भी हीरोइन सुरेश ओबेरॉय के साथ काम करने को तैयार नहीं थी। फिर मुश्किल वक्त में मुकुल आनंद ने उन्हे ऐतबार ऑफर की। उन्हे पता चला कि डिंपल कपाडिया इस फिल्म में काम कर रही हैं। ऐतबार एक रोमांटिक फिल्म थी। लोगों ने इस फिल्म को स्वीकार किया और फिल्म बड़ी हिट साबित हुई। इस फिल्म के गाने आज भी सुने जाते हैं। ऐतबार के अलावा कई और रोमांटिक फिल्मों में काम किया है पर वो ज्यादा वर्क नहीं कर पाई थी और फिर चरित्र किरदारों के जरिए ही अभिनेता ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई।