करिश्मा-करीना के पैदा होते ही बबिता संग बिगड़ गए थे Randhir के रिश्ते, 34 साल एक-दूसरे से रहे अलग और फिर…

रणधीर कपूर और बबीता की पहली मुलाकात साल 1971 में हुई थी। इन दोनों को एक दूसरे के साथ काम करने के दौरान प्यार हुआ और इन्होंने शादी रचाने का फैसला किया।

बॉलीवुड अभिनेता रणधीर कपूर ‘कपूर खानदान’ से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में आज वह किसी पहचान के मोहताज नहीं है। रणधीर ने खुद चाइल्ड आर्टिस्ट के रुप में एक्टिंग की दुनिया में कदम रख दिया था। उन्होंने सबसे पहले एक्टिंग में हाथ आजमाया। इसके बाद वह डायरेक्शन और प्रोडक्शन में भी आगे बढ़े। राज कपूर के बेटे होने के बावजूद रणधीर कपूर ने असिस्टेंट के रूप में अपना काम शुरू किया था। इसके बाद ही उन्हें अपने ही आरके स्टूडियो में काम करने का मौका मिला। 15 फरवरी यानी कि आज रणधीर अपना 77 वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं रणधीर और बबीता कपूर की प्रेम कहानी के बारे में..

कपूर खानदान के बड़े बेटे हैं रणधीर
15 फरवरी 1947 को मुंबई महाराष्ट्र में जन्मे रणधीर कपूर के दादा लीजेंडरी फिल्म मेकर और एक्टर पृथ्वीराज कपूर रहे और राज कपूर उनके पिता है। इसके अलावा राजीव कपूर ऋषि कपूर उनके भाई यह जबकि इनकी दो बहने हैं जिनका नाम रीमा और रितु कपूर है। कपूर खानदान का बॉलीवुड इंडस्ट्री में काफी योगदान माना जाता है। रणधीर को लगता था कि बड़े होकर वह अपने बाप-दादा का काम संभालेंगे, लेकिन उनके पिता राज कपूर ने उन्हें अपने आरके स्टूडियो में इसलिए काम नहीं दिया क्योंकि वह पहले रणधीर को बाहर काम करते हुए देखना चाहते थे।

अपने ही स्टूडियो में नहीं मिला काम
ऐसे में रणधीर ने डायरेक्टर लेख टंडन को असिस्ट करना शुरू किया। सबसे पहले उन्होंने बतौर असिस्टेंट फिल्म ‘झुक गया आसमान’ में काम किया। इसके बाद उन्होंने बतौर एक्टर ‘कल आज और कल’ से इंडस्ट्री में कदम रखे यह उनकी बतौर डायरेक्टर भी पहली फिल्म थी। इसके बाद रणधीर कपूर ने ‘जीत’ और ‘जवानी दीवा’ जैसी बड़ी हिट फिल्में दी। इसके बाद धीरे-धीरे रणधीर कपूर इंडस्ट्री के बड़े अभिनेता डायरेक्टर और प्रोड्यूसर बन गए। इसके बाद उन्होंने ‘कसमे वादे’, ‘मामा भांजा’, ‘बीवी ओ बीवी’, ‘हीरालाल पन्नालाल’ जैसी फिल्म में काम किया।

ऐसे हुई थी बबिता से पहली मुलाकात
बता दे रणधीर कपूर और बबीता की पहली मुलाकात साल 1971 में हुई थी। इन दोनों को एक दूसरे के साथ काम करने के दौरान प्यार हुआ और इन्होंने शादी रचाने का फैसला किया। हालांकि कपूर खानदान इस रिश्ते से खुश नहीं था जिसके चलते इन्होंने करीब गुपचुप तरीके से 2 साल तक एक दूसरे को डेट किया, लेकिन जैसे ही राज कपूर को उनके प्रेम की भनक लगी तो उन्होंने तुरंत इन्हें शादी करने के लिए कह दिया था।

इसके बाद रणधीर कपूर और बबीता ने शादी रचा ली। इसके बाद उनके घर दो बेटियों का जन्म हुआ जिनका नाम करीना कपूर और करिश्मा कपूर है। शादी के बाद बबीता को अपने करियर से समझौता करना पड़ा। दरअसल उस जमाने में कपूर खानदान की बहू बेटियों को फिल्मों में काम करने की अनुमति नहीं थी जिसकी वजह से बबीता ने करियर के पीक पर ही अपनी फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया।

बेटियों के जन्म के बाद हो गई थी बनबन
दो बेटियों के होने के बाद रणधीर और बबीता में अनबन होने लगी थी। इतना ही नहीं बल्कि बबीता अपनी दोनों बेटियों को लेकर रणधीर से अलग हो गई थी। करीब 34 साल यह दोनों एक-दूसरे से लग रहे। इसी बीच बबीता ने अकेले अपने बेटियों की परवरिश की। हालांकि साल 2007 में रणधीर और बबीता एक दूसरे के पास वापस आ गए।

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