Vyjayanthimala Married Her Fan Dr Chamanlal Bali: करीब 13 साल की उम्र से ही अपने अभिनय सफर की शुरूआत करने वाली हिंदी सिनेमा की शानदार अदाकारा वैजयंतीमाला हिंदी सिनेमा में फिल्म बहार की कामयाबी से शोहरत की बुलंदी पर पहुंची थी। इसके बाद करीब दो दशकों का हिंदी सिनेमा का उनका करियर बड़ा ही शानदार रहा है। बहार के बाद नागिन,देवदास,नया दौर,मधुमती,गंगा जुमना,ज्वेलथीफ,संघर्ष और राज कपूर के साथ फिल्म संगम जैसी बेहद ही बेहतरीन फिल्में देकर अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवा लिया है। पहले दिलीप कुमार फिर राज कपूर के साथ वैजयंतीमाला की लव अफेयर की खबरें उस वक्त काफी मकबूल हुई थी, पर अचानक एक्ट्रेस ने अपने ही एक फैन से शादी कर सभी को चौंका दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, फिल्म संगम की शूटिंग के दौरान वैजयंतीमाला और राज कपूर के बीच काफी नजदीकियां पैदा हो गई थी। यहां भी वही नरगिस जैसी कहानी बाद में दोहराई गई। राज कपूर अपने परिवार को छोड़ने को तैयार नही थे। ऐसे में वैजयंतीमाला को भी अलग होना पड़ा, क्योकि इन दोनों की वजह से शो मैन की निजी लाइफ में भी काफी झगड़े होने लगे थे। ऐसे में वैजयंतीमाला ने अपना अलग रास्ता ही चुनना मुनासिब समझा। बात अगर फिल्म संगम की करें, तो ये बेहद ही कामयाब फिल्म थी। लव त्रिकोण पर बनी इस फिल्म में पहले राज कपूर दिलीप कुमार को लेना चाहते थे, लेकिन किसी वजह से वो तैयार नहीं हुए, फिर राजकपूर ने फिल्म में राजेंद्र कुमार को साइन किया।
फिल्म जब रिलीज हुई, तो बेहद ही कामयाब हुई। राज कपूर,वैजयंतीमाला और राजेंद्र कुमार की प्रेम त्रिकोण पर बनी इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया था और इसके गीत संगीत को भी उस वक्त काफी कामयाबी हासिल हुई थी। बहरहाल राज कपूर से ब्रेकअप के बाद वैजयंतीमाला की राहे जुदा हो गई। वैजयंतीमाला कुछ महीनों के बाद बीमार हो गई थी, उन्हे निमोनिया हो गया था। कहते हैं फिर उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां डॉक्टर चमनलाल बाली ने उनका इलाज किया। डॉक्टर चमनलाल बाली एक्ट्रेस के बहुत बड़े फैन थे।
इलाज के दौरान ही दोनों एक दूसरे के करीब होते चले गए और फिर वैजयंतीमाला ने समझदारी से काम लेते हुए डॉक्टर चमनलाल बाली से 1968 में शादी कर ली। 1968 में वैजयंतीमाला की संघर्ष फिल्म रिलीज हुई थी। जिसमें उनके साथ दिलीप कुमार और संजीव कुमार लीड में थे। शादी के बाद वैजयंतीमाला ने फिर फिल्मों से दूरी बना ली थी। 1970 उनकी आखिरी लीड भूमिका से सजी फिल्म गंवार रिलीज हुई। जिसमें वो राजेंद्र कुमार के साथ थी।