Aamir Khan की Taare Zameen Par की जबरदस्त कामयाबी के बावजूद Vipin Sharma को हुआ था बहुत बड़ा नुकसान

आमिर खान की फिल्म तारे जमीन पर की कामयाबी के बाद विपिन शर्मा की लाइफ बनने के अलावा खराब हो गई थी। उन्हे बस एक गुस्सैल पिता वाले रोल ही उनके बाद मिलने लगे थे। जिससे विपिन शर्मा परेशान हो गए थे

Vipin Sharma Racts On His Biggest Mistake: हिंदी सिनेमा में कई ऐसे कलाकार हैं, जो सिर्फ एक टाइपकास्ट रोल करते करते अपनी पूरी लाइफ बिता देते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर हम फिल्म शोले के सांभा की बात करे, तो सांबा मैकमोहन ने अपनी पूरी लाइफ छोटे मोटे निगेटिव किरदारों को करते करते बिता दी थी, लेकिन फिल्म मेकर्स ने कभी उन्हे किसी अच्छे रोल ऑफर नहीं किए। ऐसा ही हाल कई अभिनेताओं का है, जो एक टाइपकास्ट रोल में बंधकर रह गए हैं। बात अगर चरित्र अभिनेता विपिन शर्मा की करें तो, विपन शर्मा का भी कुछ यही हाल है। आमिर खान की फिल्म तारे जमीन पर की कामयाबी के बाद विपिन शर्मा की लाइफ बनने के अलावा खराब हो गई थी। उन्हे बस एक गुस्सैल पिता वाले रोल ही उनके बाद मिलने लगे थे। जिससे विपिन शर्मा परेशान हो गए थे।

विपिन शर्मा हाल ही में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म टीकू वेड्स शेरू में नजर आएं हैं। जिसमें उन्होने बेहतरीन किरदार निभाया है। विपिन ने हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू दिया हैं। जिसमें उन्होने तारे जमीन पर की कामयाबी और उसके बाद के हालात और फिल्मों में अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बातें की हैं। विपिन ने इस मौके पर बताया है कि कैसे उन्हे फिल्म तारे जमीन पर की कामयाबी के बाद एक ही किस्म के रोल ऑफर हो रहे थे, लेकिन वो उससे कुछ अलग करना चाहते थे। इस कोशिश में उन्हे आर्थिक तौर पर भी नुकसान झेलना पड़ा था।

विपिन शर्मा ने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत 1989 में दूरदर्शन के टीवी सीरियल भारत एक खोज से की थी। लेकिन कुछ सालों बाद उन्हे लगा कि वो इस इंडस्ट्री में फिट नहीं हैं। तो इसके बाद विपिन कनाड़ा चले गए और वहां अपने मुकाम की तलाश करने लगे लेकिन 2004 में उनके करीबी दोस्त इरफान खान की फिल्म मकबूल की शानदार कामयाबी ने उन्हे फिर से एक्टिंग की ओर वापस आने के लिए मजबूर कर दिया। फिर कुछ सालों की मेहनत के बाद आमिर खान की तारे जमीन पर फिल्म में निभाए गए एक गुस्सैल पिता के रोल ने विपिन शर्मा को एक नई पहचान दिलाई।

विपिन शर्मा को इस फिल्म की कामयाबी का नुकसान उठाना पड़ा, उन्हे एक ही टाइपकास्ट के रोल ऑफर होने शुरू हो गए, निगेटिव किरदार के ऑफर लगातार आने लगे। शुरू शुरू में तो विपिन शर्मा ऐसे रोल नहीं करना चाहते थे। पर समय के साथ उन्होने तालमेल बिठाते हुए काम करना शुरू किया। इसके बाद अनुराग कश्यप और तिग्मांशु धुलिया की फिल्मों ने कुछ हद तक विपिन शर्मा की इमेज को चेंज किया और कुछ चुनौती पूर्ण किरदार भी इस दौरान किए।

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