Manoj Bajpayee की Satya के 25 साल पूरे, Shah Rukh Khan ने इस फिल्म को लेकर J.D.Chakravarthy से किया था भद्दा मजाक

इस फिल्म के 25 साल पूरे होने पर आइए जानते हैं। इस फिल्म से जुड़े कुछ अनसुने किस्सों को और ये भी आपको बताते हैं कि कैसे मनोज बाजपेयी, जो पहले सत्या का लीड हीरो वाला किरदार निभाने वाले थे

Ram Gopal Verma Satya Turns 25 Years: फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा के निर्देशन में बनी फिल्म सत्या ने आज अपनी रिलीज के 25 साल पूरे कर लिए हैं। ये फिल्म आज ही के दिन 3 जुलाई 1998 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। फिल्म में जेडी चक्रवर्ती ने सत्या,मनोज बाजपेयी ने भीकू म्हात्रे,उर्मिला मातोंडकर ने विद्या,सौरभ शुक्ला ने कल्लू मामा का किरदार निभाकर फिल्म को अमर कर दिया। इस फिल्म को न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशी फिल्म समीक्षकों ने भी सराहा था। इस फिल्म की कामयाबी ने अभिनेता मनोज बाजपेयी को स्टार बना दिया था। जिन्होने भीकू म्हात्रे के किरदार को पूरी शिद्दत के साथ निभाया था।

इस फिल्म के 25 साल पूरे होने पर आइए जानते हैं। इस फिल्म से जुड़े कुछ अनसुने किस्सों को और ये भी आपको बताते हैं कि कैसे मनोज बाजपेयी, जो पहले सत्या का लीड हीरो वाला किरदार निभाने वाले थे। उन्होने फिर भीकू म्हात्रे का किरदार निभाकर अभिनय की एक नई परिभाषा गढ़ दी। दरअसल फिल्म सत्या के लिए पहले मनोज बाजपेयी को बतौर हीरो साइन किया गया था, लेकिन फिल्म के निर्देशक राम गोपाल वर्मा को भीकू म्हात्रे के किरदार के लिए कोई शुध्द हिंदी बोलने वाला एक्टर उस समय मिल नहीं रहा था। ऐसे में रामू ने मनोज बाजपेयी के किरदार को बदल दिया और लीड हीरो सत्या के लिए जेडी चक्रवर्ती को साइन किया।

राम गोपाल वर्मा का ये फैसला फिल्म की रिलीज के बाद सही साबित हुआ। इस फिल्म से जुड़ा हर एक किरदार सत्य घटना से प्रेरित था। ये फिल्म ये दिखाती है कि कैसे एक गांव का लड़का शहर में आकर अंडरवर्ल्ड डॉन बन जाता है। पहले इस फिल्म में एक भी गाना नहीं था, लेकिन प्रोड्यूसर के कहने पर इस फिल्म के लिए गीत की जगह बनाई गई और फिर इस फिल्म के गाने भी सुपर डुपर हिट हुए। कहा तो ये भी जाता है कि सत्या नाम की फिल्म पहले दिलीप कुमार भी सायरा बानों के साथ बनाना चाहते थे, लेकिन वो बना नहीं पाए। इसके अलावा इस फिल्म के लीड हीरो जेडी चक्रवर्ती को लेकर शाहरूख खान ने मजाक भी किया था कि फिल्म में जेडी को निकाल कर मुझे हीरो ले लो। बाह में पता चला कि शाहरूख खान ने जेडी को इसके लिए प्रैंक कॉल किया था।

इस फिल्म की कामयाबी ने मनोज बाजपेयी की किस्मत रातों रात बदल दिया था। फिल्म में मनोज बाजपेयी का एक संवाद काफी लोकप्रिय हुआ था वो था कि मुंबई का किंग कौन। फिल्म के सभी किरदारों ने फिल्म में अपने अभिनय से जान फूंक दी थी। इस फिल्म ने राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था। कहा तो ये भी जाता है कि इस फिल्म की शूटिंग बिना किसी स्क्रिप्ट के शुरू हुई थी और सेट पर ही सारे संवाद लिखे जाते थे। डायरेक्टर ने सभी को अपने हिसाब से संवाद बोलने की छूट भी दे रखी थी। अब इस फिल्म के 25 साल पूरे कर लिए हैं।

ये भी पढ़े: Tiku Weds Sheru की सक्सेज पार्टी में Kangana Ranaut का ठुमका हुआ वायरल, Avneet Kaur के साथ जमकर किया था डांस

ताज़ा ख़बरें