Bollywood Critics Blast Out At Animal Movie: अभिनेता रणबीर कपूर की लीड भूमिका से सजी फिल्म ‘एनिमल’ कल यानि की एक दिसंबर को सिल्वर स्क्रीन पर रिलीज हो गई है। लोग जहां इस फिल्म में रणबीर कपूर के अभिनय को पसंद कर रहे हैं और एनिमल को उनकी अब तक की बेस्ट फिल्म करार दे रहे हैं, वहीं फिल्म इंडस्ट्री के कुछ ऐसे क्रिटिक्स भी हैं जो इस फिल्म में दिखाई गई जबरदस्त हिंसा और फिल्म के डायरेक्टर की सोच पर निशाना साध रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर से डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा की कबीर सिंह की तरह ही एक फिल्म भी हिंसा को लेकर जबरदस्त आलोचना का शिकार हो रही है।
पहले फिल्म के ड्यूरेशन 3 घंटे 21 मिनट को लेकर भी आलोचना की गई थी । आइए जानते हैं कि कुछ ऐसे ही फिल्म समीक्षकों के एनमिल को लेकर दिए रिव्यू को, जिसमें वो डायरेक्टर की इस क्रूर चरमपंथी विचारधारा की निंदा कर रहे हैं। फिल्म कंपेनियन की अनुपमा चोपड़ा कहती हैं कि सच कहूं तो, अगर नाटक और भावनाएं बरकरार रहतीं तो पेट में बहुत तेज दर्द होता, जिसे मैं सहन कर सकती थी, लेकिन फिल्म में लगभग एक घंटे तक कहानी की कहानी के बाद फिल्म पर उनकी पकड़ खत्म हो जाती है और वह इसे वापस हासिल नहीं कर पाते हैं, ऐसा लगता है कि निर्देशक खून से लथपथ हैं और इसके बाद के क्रम जल्दबाजी में लिखे गए। वो आगे लिखती है कि द किलिंग जारी है, यह फिल्म 203 मिनट और 29 सेकंड तक चलती है, इसलिए थिएटर में कदम रखने से पहले खुद से पूछें कि जानवर के अंत में आपकी सीमा क्या है एक महिला पात्र उल्टी करती है, मैं झूठ नहीं बोलूंगी, मुझे भी ऐसा ही महसूस हुआ।
मशहूर फिल्म क्रिटिक कोमल नहाटा के मुताबिक पटकथा में दो मुख्य कमियां उन्हेन नजर आई। पहली ये कि इसमें बहुत अधिक भीषण हिंसा है और दूसरी फिल्म में काफी सेक्सी चुटकुले, बातचीत और संदर्भ का इस्तेमाल किया गया है। जिसे लेकर निश्चित रूप से महिलाओं और पारिवारिक दर्शकों की राय अलग अलग होगी। वहीं इंडियन एक्सप्रेस की शुभ्रा लिखती है कि पहले हाफ में संदीप रेड्डी वंगा का फिल्म पर पूरी तरह नियंत्रण है। लेकिन दूसरा भाग अंतहीन है। जिसमें सब कुछ रसोई के सिंक में इस उम्मीद में फेंक दिया जाता है कि कुछ चिपक जाएगा। अंत में, इस निरर्थक, घिनौनी कहानी में कुछ भी नहीं है।
हिंदुस्तान टाइम्स की मोनिका रावल कुकरेजा ने एनिमल के रिव्यू में लिखा है कि रणबीर कपूर की एक्शन कहानी त्रुटिपूर्ण, अत्यधिक हिंसक और स्त्रीद्वेषपूर्ण है। हिंसा अपने चरम पर है। हर तरफ खून-खराबा है। एनिमल का बॉक्स ऑफिस पर क्लैश सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित मेघना गुलज़ार की सैम बहादुर से है। विक्की कौशल स्टारर इस फिल्म को सिने प्रेमियों से काफी सराहना मिल रही है और फिल्म समीक्षकों से भी सकारात्मकता प्रतिक्रिया, जो इसे इस महत्वपूर्ण पायदान पर एनिमल से अलग करती है।