Asit Modi reprimanded Shailesh Lodha for spreading lies: सिटकॉम ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के प्रोड्यूसर असित मोदी और शैलेश लोढ़ा विवाद अब बढ़ता जा रहा है। हाल ही में शैलेश लोढ़ा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि वे असित मोदी के खिलाफ केस जीत गए हैं। इसके बाद असित ने कहा था कि शैलेश झूठ बोल रहे हैं और किसी ने कोई केस नहीं जीता है, मामला दोनों पक्षों की सहमति से निपटा है। इसी बीच अब असित ने शैलेश को गलत जानकारी देने के लिए फटकार लगाई है।
असित ने शैलेश को फटकार लगाते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कुछ दस्तावेजों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि, ‘’शैलेश लोढ़ा को हाल ही में समाप्त हुए कोर्ट केस के बारे में गलत जानकारी फैलाना बंद करनी चाहिए। चीजों को रिकॉर्ड में रखने के लिए, शैलेश लोढ़ा ने अपनी कार्यमुक्ति की औपचारिकताओं को पूरा करने और निकास दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था। लंबित रहने के कारण नीला फिल्म में हम उसका बकाया चुकाने में असमर्थ थे। मेसर्स नीला फिल्म ने बिल प्राप्त होते ही अपने बकाए पर टीडीएस भी काट लिया था और भुगतान भी कर दिया था। हमने उनके बकाए के लिए एक डिमांड ड्राफ्ट भी तैयार किया था।’’
Shailesh Lodha should stop spreading wrong information about the recently concluded court case.
— Asit Kumarr Modi (@AsitKumarrModi) August 10, 2023
To put things on record, Shailesh Lodha had refused to complete his relieving formalities and sign the exit documents. Pending which we at Neela Film , were unable to clear his… pic.twitter.com/AiZGutPa20
आगे असित ने लिखा कि, माननीय NCLT अदालत ने अपने आदेश के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि शैलेश लोढ़ा ने निकास दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए और अदालत में औपचारिकताएं पूरी कीं। जिसके बाद हमने उसका बकाया जारी कर दिया। यह बयान कि उन्होंने केस जीत लिया, शैलेश लोढ़ा की ओर से गलत प्रतिनिधित्व है, क्योंकि अदालत के आदेश में कहा गया है कि यह सहमति से तय किया गया था। हम गलत जानकारी साझा करने के पीछे उनके इरादों को समझने में असमर्थ हैं, वह भी उस मामले का जिसे कुछ महीने पहले मई’23 में सहमति से सुलझाया गया था। हम इस बात की सराहना करेंगे कि उन्हें इसे शांत करना चाहिए और अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़ना बंद करना चाहिए।’’
अंत मे असित ने लिखा कि, ‘’उन्होंने हमारे साथ 14 साल तक काम किया और वह हमारे लिए परिवार थे। हमने उनके शुरुआती दिनों में काम से परे हमेशा उनका समर्थन किया है। प्रोफेशनल फ्रंट में, इन सभी वर्षों में उन्हें हमेशा समय पर भुगतान किया गया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें कभी कोई शिकायत नहीं हुई और इसलिए बाहर निकलने पर उनके व्यवहार से हम आश्चर्यचकित भी थे और दुखी भी। हमारा उनका बकाया रोकने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन फिर भी हर कॉर्पोरेट से बाहर निकलने की औपचारिकताएं होती हैं जिन्हें पूरा करना होता है, जिसका उन्होंने पालन करने से इनकार कर दिया। हम अदालत के आभारी हैं जिसने हमें इस मामले राहत दी है।’’ हालांकि, शैलेश लोढ़ा ने अभीतक असित के इस बयान पर कोई रिप्लाई नहीं दिया है।