When Dev Anand made bad films like Love at Times Square at the end of his career: बॉलीवुड के दिवंगत वर्सेटाइल अभिनेता देव आनंद जिन्होंने अपने करियर में एक से एक बढ़िया फिल्मों से दर्शकों को खूब मनोरंज किया था, उन्होंने अपने करियर के अंत में कई खराब फिल्में भी दी हैं जिन्हें दर्शकों ने नकार दिया था। देव आनंद अपने करियर के अंत में इन खराब फिल्मों का ज्यादातर खुद ही निर्देशन किया था और खुद ही फिल्म में मुख्य भूमिका भी निभाई थी। तो आज हम देव आनंद के करियर के अंत की कुछ खराब फिल्मों के बारे में बतायेंगे।
देव आनंद के करियर के अंत की कुछ खराब फिल्में:
1.सौ करोड़: साल 1991 में आई इस फिल्म को खुद देव आनंद ने प्रोड्यूस किया था और खुद ही इस फिल्म को डायरेक्ट किया था। इस फिल्म की कहानी असन जीवन पर आधारित थी। यह फिल्म टेनिस प्लेयर सैयद मोदी के जीवन पर आधारित थी। इस फिल्म की कहानी तो काफी अच्छी थी, लेकिन इस फिल्म का प्रोजेक्शन और डायरेक्शन सही तरीके से नहीं हो पाया था। यह फिल्म दर्शकों को भी पसंद नहीं आई थी और बॉक्स ऑफिस पर औसत रही थी।
2.प्यार का तराना: इस फिल्म में देव आनंद ने अभिनय नहीं किया था। इस फिल्म को देव आनंद ने डायरेक्ट किया था। यह एक रोमेंटिक-ड्रामा फिल्म थी। इस फिल्म में अक्षय आनंद और अनीता आयूब मुख्य भूमिकाओं में थे। यह फिल्म भी दर्शकों को खासा पसंद नहीं थी और बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी। इस फिल्म को 1993 को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था।
3. गैंगस्टर: साल 1994 में आई इस फिल्म को देव आनंद ने खुद लिखा था, खुद ही प्रोड्यसू किया था और खुद ही डायरेक्ट किया था। इस फिल्म में देव आनंद मुख्य भूमिका में थे। देव आनंद के अलावा इस फिल्म में दीपक तिजोरी, ममता कुलकर्णी और अजीत अहम भूमिकाओं में थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी।
4.लव एट टाइम्स स्क्वायर: इस फिल्म के कई सीन्स को लेकर सोशल मीडिया पर आज भी कई सारे मीम्स बनते हैं। इस फिल्म में देव साहब ने काफी खराब एक्टिंग की थी। इस फिल्म को भी देव साहब ने खुद ही डायरेक्ट किया था। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप हुई थी।