Shabana Azmi सहित कई सितारों की फिल्मों पर एक समय सेंसर बोर्ड ने लगा थी पाबंदी, लेकिन OTT पर इन प्रतिबंधित फिल्मों पर नहीं है कोई रोक टोक

सेंसर बोर्ड व फिल्मों के बीच विवाद को देखे तो कई ऐसी फिल्में हैं, जिनपर तो सेंसर बोर्ड ने प्रतिबंध ही लगा दिया है

Movies That Are Banned In India By The Censor Board: हिंदी सिनेमा में एक तरफ जहां कई शानदार फिल्में फिल्म मेकर्स द्वारा दी गई हैं। वहीं कई विवाद भी इन फिल्मों से जुड़े हैं। विवाद तब भी थे और अब भी हो रहे हैं। अभी हाल ही में ओएमजी 2 की रिलीज को लेकर सेंसर बोर्ड ने जबरदस्त आपत्ति जताई और कई कट्स व संशोधन के साथ फिल्म रिलीज हुई। इसी तरह शाहरूख खान की फिल्म पठान के साथ भी हुआ था। फिल्मों के साथ ही साथ विवादों का नाता उससे काफी पुराना है। अगर इस तरह के सेंसर बोर्ड व फिल्मों के बीच विवाद को देखे , तो कई ऐसी फिल्में हैं, जिन पर तो सेंसर बोर्ड ने प्रतिबंध ही लगा दिया है। हालाकि बाद में कुछ फिल्म संशोधन के साथ रिलीज हुई थी।

सेंसर बोर्ड द्वारा प्रतिबंधित ऐसी कई फिल्में हैं, जो सिनेमाघरों में तो रिलीज नहीं हो पाई हैं, पर ओटीटी पर ये फिल्म बेधड़क स्ट्रीम हो रही हैं। आइए जानते हैं। कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में, जो सिनेमाघरों मे रिलीज नहीं हुई है। पर ओटीटी पर आप देख सकते हैं। इनमें सबसे पहले बात करते हैं गुजरे जमाने की एक्ट्रेस शबाना आजमी की दो फिल्मों की। जिस पर सेंसर बोर्ड ने प्रतिबंध लगा दिया था।

1-फायर- दीपा मेहता द्वारा निर्देशित फिल्म फायर फिल्म में शबाना आजमी और नंदिता दास लीड में थी। यह इंडो कनाडियन फिल्म थी। जो होमोसेक्सुअलिटी पर आधारित थी। विदेशों में रिलीज के बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ बदलाव का सुझाव दिया था। कुछ थियटर में रिलीज होने के बाद फिल्म को लेकर काफी हुआ। कई बड़े सितारों ने भी इस फिल्म पर अपनी राय रखी। फिल्म फिर रिलीज हुई लेकिन विरोध का सिलसिला जारी था। इस फिल्म को आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।

2- किस्सा कुर्सी का- शबाना आजमी,राज बब्बर,रेहाना सुल्तान आदि कलाकारों से सजी फिल्म किस्सा कुर्सी का 1978 की फिल्म है। आईएमडीबी से 8 रेटिंग मिलने के बावजूद इस फिल्म को रिलीज नहीं किया गया था। वैसे ये फिल्म 1974 में बनकर तैयार थी और सेंसर बोर्ड के पास गई। तो सेंसर ने इसे पास करने से मना कर दिया था क्योकि यह फिल्म संजय गांधी और उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को बेस मानकर बनाई गई थी। कहते तो ये भी हैं कि संजय गांधी ने इस फिल्म का प्रिंट जला दिया था। जिसके लिए उन्हे सजा भी हुई थी। इमरजेंसी के बाद जब इंदिरा गांधी चुनाव हार गई और जनता पार्टी की सरकार बनी। तो इस फिल्म को फिर से नये सिरे से बनाकर रिलीज की गई। यह फिल्म भी यूट्यूब पर मौजूद है।

3-एंग्री इंडियन्स गॉडेसेस- इस फिल्म में देवी देवताओं के बारे में दिखाया गया था। सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में कई कट्स लगा दिए थे। जिससे नाराज़ फिल्म मेकर्स ने इसे नेटफ्लिक्स पर रिलीज किया था। 2015 की इस फिल्म को पैन नलिन ने निर्देशित किया था।

4-परजानिया- राहुल ढोलकिया द्वारा निर्देशित इस फिल्म को गुजरात दंगों पर बनाया गया था। इस फिल्म को लेकर विवाद हुआ था। जिसकी वजह से इसे भी थियटर में रिलीज नहीं किया गया था। ये फिल्म 2007 में फिर रिलीज हुई जिसके लिए एक्ट्रेस सारिका और निर्देशक राहुल ढोलकिया को बेस्ट एक्ट्रेस व निर्देशक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया था। पहले ये फिल्म एक फिल्म फेस्टीवल में रिलीज की गई थी। ये भी ओटीटी पर उपलब्ध है। इसके अलावा वाटर,लव,ब्लैक फ्राइडे जैसी फिल्में भी हैं। जिस पर सेंसर बोर्ड ने पहले बैन लगाया था।

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