Javed Akhtar wanted to become Guru Dutt assistant but actor committed suicide: बॉलीवुड के वर्सेटाइल राइटर जावेद अख्तर जिन्होंने बॉलीवुड को एक से एक धांसू फिल्में लिखकर दी हैं, वे अपनी फिल्म करियर की शुरुआत बॉलीवुड के महान डायरेक्टर-एक्टर गुरु दत्त के साथ करना चाहते थे। लेकिन जब जावेद मुंबई गुरु दत्त के साथ काम करने के लिए, तबतक गुरु दत्त ने इस दुनिया अलविदा कह दिया था। जावेद अख्तर ने हाल ही में इस बात का खुलासा किया है।
जावेद अख्तर ने साइरस ब्रोचा को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में इस बात के बारे में बताते हुए कहा कि, ‘’मैंने पहली बार बचपन में दिलीप कुमार की फिल्म ‘आन’ देखी, फिल्म में मैंने देखा कि कोई आदमी घोड़े पर जा रहा है और तलवार चला रहा है, गाने का गा रहा है। तो मैंने सोचा यह तो सही मैं भी बड़े होकर दिलीप कुमार ही बनूंगा, कुछ और क्यों बनूंगा? बच्चों को जब शौक फिल्मों का होता है, तो वो एडिटर नहीं बनना चाहते, वो डायरेक्टर भी नहीं बनना चाहते, कैमरामैन भी नहीं बनना चाहते, वो दिलीप कुमार बनना चाहते हैं। फिर मैंने देव आनंद को भी देखा, राज कपूर को भी देखा। और फिल्मों से काफी प्रभावित था, तो जब एक तरफ आप फिल्में देखते हैं और दूसरी तरफ साहित्य पढ़ते हैं, तो फिर आपका दिल चाहेगा कि आप फिल्म बनाए। तो मैंने बचपन में ही सोच लिया था कि मैं बड़े होकर फिल्मों में ही जाऊंगा और फिल्में बनाऊंगा।’’
आगे जावेद अख्तर ने बताया कि जब उन्होंने मन बनाया कि वे फिल्मों में काम करेंगे, तो वे राज कपूर या गुरु दत्त के अस्सिटेंट बन जायेंगे। जावेद ने कहा, ‘’और जब मैं फिल्मों में जाऊंगा, तो मैं राज कपूर और गुरु दत्त का अस्सिटेंट हो जाऊंगा और दो-तीन सालों में सबकुछ सीख लूंगा और फिर मैं डायरेक्टर बन जाऊंगा और बढ़िया फिल्में बनाऊंगा। तो मैं अपने ग्रेजुएशन के बाद बॉम्बे आया, तो गुरु दत्त साहब तो मेरे आने के आठ-नौ दिन बाद ही स्वर्ग सिधार गए। (हंसते हुए) या तो उन्हें पता चल गया कि मैं अस्सिटेंट बनने वाला हूं या फिर और कोई कारण होगा। तो उन्होंने तो आत्महत्या कर ली थी।’’