आज के दिन अमर हो गए थे कारगिल हीरो विक्रम बत्रा

आज के दिन- ७ जुलाई, १९९९ को अमर हो गए थे भारत के आर्मी अफसर कप्तान विक्रम बत्रा , जिनकी वीरता की कहानिया आज भी सुनायी जाती हैं। इंडिया और पाकिस्तान के बीच जब कारगिल का युद्ध हो रहा था तो 5140 चोटी को पाक सेना से मुक्त करवाने का जिम्मा कैप्टन विक्रम बत्रा को दिया गया. विक्रम बत्रा ने अपने साथियों के साथ 20 जून १९९९ इस चोटी को अपने कब्ज़े में ले लिया था और विजय हासिल करने पर कहा ‘ये दिल मांगे मोर’। अपनी कामयाबी से ये हर देशवासी का दिल जीत चुके थे। इसके बाद सेना ने चोटी 4875 को भी कब्जे में लेने का अभियान शुरू कर दिया. इसकी भी बागडोर विक्रम को सौंपी गई. उन्होंने जान की परवाह न करते हुए लेफ्टिनेंट अनुज नैयर के साथ कई पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतारा. कारगिल युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा 7 जुलाई को शहीद हुए थे. महज़ २४ साल के ही थे कप्तान विक्रम बत्रा जब उन्होंने देश के लिए शाहदत हासिल की और हमेशा के लिए अमर हो गए। उन्हें लोग ‘शेर शाह’ के नाम से जानते है। उनकी शहादत के इक्कीसवे वर्ष पर टीम लहरें उन्हें सलाम करती है।

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