कभी झेलने पड़े रिजेक्शन तो कभी चॉल में गुजारी जिंदगी, फिल्मों के बाद अब OTT के ‘बादशाह’ बने Manoj Bajpayee

वर्तमान में मनोज एक सीरीज के लिए 10 करोड़ से ज्यादा चार्ज करते हैं। वह OTT में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल है।

मनोज बाजपेयी हिंदी सिनेमा के एक बड़े कलाकार है जिन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। ना सिर्फ उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया जबकि वह अब OTT में भी जबरदस्त सफलता हासिल कर रहे हैं। जी हां.. इन दिनों यह कहना गलत नहीं होगा कि मनोज बाजपेयी वर्तमान में ओटीटी प्लेटफॉर्म के किंग बन चुके हैं और उनके पास काम की कोई कमी नहीं है। हालांकि एक समय ऐसा भी था जब मनोज बाजपेयी ने संघर्ष में दिन गुजारे कई, रातें ऐसी गुजारी जिसमें उन्हें भूखे सोना पड़ा। तो चलिए जानते हैं मनोज बाजपेयी के जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें..

17 की उम्र में छोड़ा था घर
बता दें, मनोज बाजपेयी ने एक्टिंग के खातिर केवल 17 साल की उम्र में अपना गांव छोड़ दिया था। इसके बाद वह हीरो बनने की चाहत में मुंबई आ गए। बहुत कम लोग जानते हैं कि मनोजउसी गांव बेवला के रहने वाले हैं जहां से राज बब्बर निकल कर आए हैं। रिपोर्ट की माने तो राज बब्बर से इंस्पिरेशन लेने के बाद ही मनोज बाजपेई एक्टिंग की दुनिया में कूद पड़े और यहां पर वे अपना करियर बनाने में सफल रहे।

हाल ही में हुए इंटरव्यू के दौरान मनोज बाजपेई ने खुलासा किया था कि,”साढ़े 17 साल की उम्र में जब मैंने अपना गांव छोड़ा था तब से लेकर अब तक मुझे इतना कठिन समय कभी नहीं मिला। ये चार साल 40 साल के समान थे। सब कुछ बिखर रहा था, एक बार मुझे तीन प्रोजेक्ट मिले, एक सीरीज, एक कॉर्पोरेट फिल्म, एक डॉक्यूड्रामा, और एक अन्य सीरीज, एक ही दिन में मुझे सभी से बाहर कर दिया गया था।”

कई प्रोजेक्ट से किया बाहर
एक्टर ने बताया कि जब वह मुंबई आए थे तो एक छोटे से कर में रहा करते थे। जहां पर उनके साथ 2 लोग और भी इसे शेयर करते थे। अपने संघर्ष के दोनों को याद करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि,”मेरा पूरा दिन बिजी रहता था। दो लोगों के साथ एक चॉल में रहता था, जब मैं छह महीने बाद वापस आया, तो मैंने देखा कि कम से कम 10 लोग वहां सो रहे थे। उनमें से एक तिग्मांशु धूलिया भी थे। विक्टर (विजय कृष्ण आचार्य) जिन्होंने धूम बनाई थी, ने भी अपना अधिकांश समय वहीं बिताया था।” जहां आज मनोज बाजपेई हिंदी सिनेमा के पॉपुलर अभिनेता है तो वही एक समय पर उन्होंने कई रिजेक्शन का भी सामना किया। ऐसे कई प्रोजेक्ट थे जिन्हें मनोज बाजपेयी से रातों-रात छीन लिए गए।

अभिनेता ने बताया कि, “सबसे कठिन तब था जब मुझे एनएसडी के लिए नहीं चुना गया था। जब मैं सातवीं कक्षा में था तब से मैंने यह सपना देखा था। मैं टूट गया था। मैं कभी भी आत्महत्या करने के इतने करीब नहीं आया था जितना मैंने तब किया था।मेरे दोस्त डरे हुए थे और उनमें से पांच मेरे बगल में सोते थे और मुझे कभी अकेला नहीं छोड़ते थे।”

अब सबसे ज्यादा लेते हैं फ़ीस
बता दें, मनोज बाजपेयी ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में देने के बादद फैमिली मैन के साथ OTT डेब्यू किया जिसमें उनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया। इसके बाद वह ‘गुलमोहर’, ‘किलर सूप’, ‘सिर्फ एक बंदा ही काफी है’, जैसे OTT शो में नजर आए। वर्तमान में मनोज एक सीरीज के लिए 10 करोड़ से ज्यादा चार्ज करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह OTT में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल है। मनोज बाजपेयी को ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ और ‘अलीगढ़’ जैसी फिल्मों के लिए भी जाना जाता है।

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