When Mahesh Bhatt was called pagal for casting Helen in serious role: बॉलीवुड के प्रतिभाशाली निर्देशक महेश भट्ट जिन्होंने ‘नाम’, ‘सारांश’, ‘सड़क’ और ‘आशिकी’ जैसी हिट और बेहतरीन फिल्में दी हैं, उन्हें एक बार अपनी फिल्म में एक्ट्रेस हेलेन को एक सीरियस रोल में कास्ट करने पर पागल बोल दिया गया था। महेश भट्ट ने साल 1979 में आई अपनी फिल्म ‘लहू के दो रंग’ में हेलेन को एक सीरियस और इमोशनल रोल में कास्ट कर लिया था। इस फिल्म में विनोद खन्ना हीरो थे। हेलेन को एक सीरियस फिल्म में कास्ट किए जाने पर एक कोरियोग्राफर ने महेश भट्ट को पागल बोल दिया था।
महेश भट्ट ने साल 2022 में Rediff को दिए एक इंटरव्यू में इस बारे में बताते हुए कहा था कि, “जब हम बॉम्बे के नटराज स्टूडियो में फिल्म कर रहे थे, तो अगले स्टेज पर एक चर्चित कोरियोग्राफर शूटिंग कर रहे थे, वो मेरे पास आए, और पूछा, ‘सुना है हेलेन के साथ शूटिंग कर रहा है, डांस है क्या। सिर हिलाते हुए मैंने जवाब दिया, ‘नहीं, इमोशनल फिल्म है।’ इसपर उनकी प्रतिक्रिया अविश्वसनीय थी। उन्होंने कहा था कि-‘हेलेन के साथ इमोशनल फिल्म बना रहा है, पागल है क्या।’’
महेश ने इसी इंटरव्यू में यह भी बताया था कि हेलेन इस फिल्म को करने को लेकर काफी नर्वस भी थी। महेश ने कहा था कि, ‘’हेलन जी खुद मेरी फिल्म करने को लेकर खुश थीं, लेकिन वह भी इस बात से घबरा रही थीं कि क्या वह उस भूमिका को निभा पाएंगी, जिसमें सॉन्ग और डांस नहीं बल्कि इमोशनल ड्रामा की जरूरत थी। वह इस बात से भी हैरान थीं कि मैं उन्हें विनोद खन्ना जैसे टॉप स्टार के अपोजिट कास्ट करना चाहता था। हालाँकि, एक बार जब वह फिल्म में शामिल हो गईं, तो उन्होंने इस भूमिका के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया। वह मेरी उम्मीदों से कहीं आगे निकल गईं और न केवल ‘सूज़ी’ (फिल्म में हेलेन का किरदार) जैसी दिखीं, बल्कि अपनी प्रतिभा और गहराई से इस मिथक को भी तोड़ दिया कि एक अभिनेत्री अपनी छवि तक ही सीमित होती है।’’