Waheeda Rehman Tells Neelkamal Director told her to leave Guide: बॉलीवुड की वर्सेटाइल अभिनेत्री वहीदा रहमान को आज 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया है। वहीदा को इस अवॉर्ड के लिए नामित होने की घोषणा देव आनंद साहब की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर किया गया था। वहीदा ने देव आनंद की बर्थ एनिवर्सरी पर नेशनल अवॉर्ड के लिए नामित होने पर खुशी भी जाहिर की। इसी बीच वहीदा रहमान ने बताया है कि उन्हें फिल्म ‘नील कमल’ (1968) के डायरेक्टर राम महेश्वरी ने देव आनंद की फिल्म ‘गाइड’ (1965) को छोड़ने को कहा था, लेकिन अभिनेत्री ने ऐसा नहीं किया और इसके बदले में राम महेश्वरी को उन्हें फिल्म से निकालने का विकल्प दे दिया।
वहीदा ने इस बारे में दूरदर्शन को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताते हुए कहा कि, ‘’मैं लगभग एक ही समय में गाइड और नील कमल दोनों की शूटिंग कर रही था। जब डायरेक्टर को पता चला कि मैं गाइड कर रहा हूं तो उन्होंने कहा, ‘वहीदा जी आप मुझे मार रही हैं, आपने मुझे बर्बाद कर दिया है।’ मैंने कहा ‘मुझे यह समझ नहीं आया’। उन्होंने कहा, ‘मेरी फिल्म में आपको सीता कहा जाता है, जो अपने पति से पूरी तरह प्यार करती है और ‘गाइड’ में आप रोजी का किरदार निभा रही हैं, जो डांसर है और अपने पति को छोड़ देती है। इसलिए मैं तो बर्बाद हो गया।’’
आगे इसी के बारे में बताते हुए वहीदा ने कहा कि, ‘’उन्होंने कहा, ‘आपको इस तरह की फिल्में नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये फिल्में भारत में नहीं चलतीं।’ ये हॉलीवुड में काम करता है। अगर आप इस तरह की फिल्मों के शौकीन हैं तो हॉलीवुड में काम करें। मैंने कहा कि मैं दोनों फिल्मों में काम करूंगी। यदि तुम्हें यह पसंद नहीं है तो मुझे निकाल दो। मैं गाइड को छोड़ने वाली नहीं हूं। वह बहुत परेशान था।’’
अंत में वहीदा ने बताया कि, ‘’लेकिन दोनों फिल्में रिलीज हुई और दोनों फिल्मों ने ही बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई। राम ने भी मुझे गाइड के लिए बधाई दी।’’