Raj Kapoor और बेटे Rajiv Kapoor के बीच कभी नहीं थे अच्छे रिश्ते, अंतिम समय में पिता का मुंह भी नहीं देखा था

कहते हैं कि पिता के निधन पर आखिरी समय में राजीव कपूर ने राज कपूर का चेहरा तक नही देखा था। इसके पीछे की कहानी बड़ी ही रोचक है

Rajiv Kapoor Relationship With His Father Raj Kapoor: राज कपूर के सबसे छोटे बेटे राजीव कपूर की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। राजीव कपूर की आज जयंती है। ऐसे में उनके जन्मदिन पर जानते हैं कि राजीव कपूर ने कैसे अपने फिल्मी सफर की शुरूआत की थी और किस तरह उनके अपने ही पिता राज कपूर के साथ रिश्ते सामान्य नहीं थे। रिपोर्ट्स की माने तो, ये रिश्ता इतना बिगड़ गया था कि पिता के निधन पर आखिरी समय में राजीव कपूर ने राज कपूर का चेहरा तक नही देखा था। इसके पीछे की कहानी बड़ी ही रोचक है।

बात अगर कपूर खानदान की करें, तो इस खानदान में पृथ्वीराज कपूर से लेकर राज कपूर,शशि कपूर,शम्मी कपूर उसके बाद ऋषि,रणधीर और राजीव कपूर ने खानदान की विरासत संभाली थी। अब ये जिम्मेदारी रणबीर कपूर,करीना कपूर आदि के कंधों पर है। पिता राज कपूर ने रणधीर कपूर,ऋषि कपूर और राजीव कपूर को लेकर फिल्में बनाई और सभी को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित किया। रणधीर कपूर ने अपनी शुरूआत फिल्म कल आज और कल से की थी। जिसमें पिता और दादा को निर्देशित करने के साथ ही रणधीर कपूर ने अपना एक्टिंग डेब्यू भी किया। फिल्म कामयाब रही और रणधीर कपूर आगे बढ़ गए। इसके बाद ऋषि कपूर को बॉबी और राम तेरी गंगा मैली से छोटे बेटे राजीव कपूर की किस्मत चमकाई। पर राम तेरी गंगा मैली की कामयाबी का सारा श्रेय मंदाकिनी ले गई थी।

राम तेरी गंगा मैली के बाद भी राजीव कपूर को फिल्मों में काम नहीं मिल रहा था। राजीव कपूर की ख्वाहिश थी कि पिता राज कपूर उन्हे लेकर ऐसी ही एक फिल्म और बना दें, जिससे कि उनकी भी किस्मत का सितारा चमक जाए। पर राज कपूर ने इससे इनकार कर दिया। कहते हैं कि इसके बाद से ही पिता पुत्र में विवाद शुरू हो गया था। पिता चाहते थे कि उनका बेटा हीरो की बजाए फिल्म मेकिंग में नाम कमाए। पर बेटे की राय इससे अलग थी। हालाकि बाद में भाईयों के साथ मिलकर कुछ फिल्मों का निर्देशन और निर्माण भी राजीव कपूर ने किया लेकिन स्वतंत्र रूप से राजीव कपूर को कोई पहचान नहीं मिल पाई।

शायद इसीलिए राजीव कपूर फिल्मों में ज्यादा कामयाब नहीं हो पाए। राजीव कपूर ने राम तेरी गंगा मैली के बाद जलजला,लवर ब्वॉय, हम तो चले परदेस,नाग नागिन,जिम्मेदार और तुलसीदास जुनियर में काम किया। इसके अलावा हिना,प्रेम ग्रंथ और आ अब लौट चले के निर्माता व प्रेम ग्रंथ फिल्म का निर्देशन राजीव कपूर ने किया था। 2001 में राजीव कपूर ने आरती सभरवाल से शादी की लेकिन दो से तीन सालों में ही उनका तलाक हो गया। 9 फरवरी 2021 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से राजीव कपूर का 58 साल की उम्र में निधन हो गया।

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