Kangana Ranaut Encouraged Students To Take New Course Of Delhi University: बॉलीवुड की सुपरस्टार अभिनेत्री कंगना रनौत जोकि अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर खबरों में बनी रहती हैं, उन्होंने भारतीय छात्रों से दिल्ली यूनिवर्सिटी में लॉन्च हुए एक नए कोर्स को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। अभिनेत्री का मानना है कि यह कोर्स पढ़कर छात्र काफी कुछ सीखेंगे।
कंगना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्विट करते हुए इस कोर्स के बारे में बताते हुए लिखा कि, ‘’प्रिय मित्रों क्या आप जानते हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस वर्ष एक बहुत अच्छा एमए कार्यक्रम शुरू किया है – यानी हिंदू अध्ययन के क्षेत्र में? मुझे यह नव प्रस्तावित एमए (हिंदू अध्ययन) अभूतपूर्व लगा क्योंकि इसमें “कंप्यूटर विज्ञान, डेटा एनालिटिक्स, वाणिज्य, राजनीति विज्ञान और अन्य जैसे कई ज्ञान डोमेन” में नाबालिगों के लिए प्रावधान है। मेरे लिए यह वास्तव में रोमांचक और अभिनव है क्योंकि ऐसा एमए (हिंदू अध्ययन) कार्यक्रम छात्रों को न केवल हमारी गौरवशाली विरासत और मूल्यों के बारे में शिक्षित करेगा, बल्कि उन्हें आधुनिक और व्यावहारिक ज्ञान में विशेषज्ञता के माध्यम से वर्तमान को नेविगेट करने में भी मदद करेगा। आप https://pg-merit.uod.ac.in पर जाकर ऐसे प्रोग्राम के बारे में अधिक जान सकते हैं। जय हिंद।’’
Dear Friends
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 20, 2023
Did you know that the Delhi University has launched a very cool MA program this year – i.e. in the area of Hindu Studies? I found this newly offered MA (Hindu Studies) to be groundbreaking because it provisions for minors in "several knowledge domains such as…
कंगना के इस ट्विट पर अब फैंस भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक फैन ने कंगना के इस ट्विट पर कमेंट करते हुए लिखा कि, ‘’यह छात्रों के लिए एक सर्वांगीण शिक्षा प्राप्त करने का एक रोमांचक अवसर है जो परंपरा और आधुनिकता को जोड़ती है। यह दृष्टिकोण निश्चित रूप से छात्रों को न केवल अपनी विरासत की सराहना करने में मदद कर सकता है बल्कि समकालीन चुनौतियों पर अपने ज्ञान को लागू करने में भी मदद कर सकता है।’’ वहीं एक और फैन ने कमेंट करते हुए लिखा कि, ‘’यह दिल्ली यूनिवर्सिटी की ओर से बहुत अच्छी पहल है, हम अपने धर्म के लिए जितना हो सके उतना प्रयास करेंगे।’’ इसके अलावा एक और फैन ने लिखा कि, ‘’सबसे पहले हम कोर्स का सिलेबस देखेंगे! क्या पता अगर वे हिंदू अध्ययन के नाम पर कुछ और पढ़ाएंगे?’’