Sonu Nigam On Quitting Sa Re Ga Ma: मशहूर गायक सोनू निगम ने अपनी गायकी के दम पर बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम बनाया है। करियर के शुरूआती दौर या यूं कहें कि बचपन से ही अपने पिता अगम कुमार निगम के साथ सोनू निगम मो.रफी के गाने गाया करते थे और धीरे धीरे वो इससे मशहूर हो गए। बाद में सिंगिंग में अपना करियर बनाने सोनू निगम दिल्ली से मुंबई आ गए और यहां उन्होने जीटीवी के मशहूर रिएयलटी शो सारेगामा की होस्टिंग कर लोगों के दिलों में एक अलग जगह बनाई और अपने टैलेंट से संगीत के दिग्गजों को प्रभावित भी किया। इस शो में सोनू की मुलाकात हिंदी संगीत जगत के कई धुरंधरों से हुई, जिनमें ओपी नैय्यर,मेहंदी हसन,गुलाम अली,सुरेश वाडकर,आदि के नाम शामिल हैं। 5 सालों तक सोनू निगम ने सफलता पूर्वक इस शो की होस्टिंग की और फिर अचानक शो को छोड़कर सभी को चौंका दिया था। तो चलिए जानते हैं कि आखिर गायक सोनू निगम ने ऐसा क्यों किया था।
सोनू निगम ने एक गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान लहरें से खास बातचीत में इस विवाद के बारे में विस्तार से बातें की और बताया कि आखिर क्यों उन्होने इस सफलतम शो को छोड़ा था। सोनू निगम के मुताबिक उन्होने 5 सालों तक इस शो की होस्टिंग की, लेकिन इसके बाद शो की होस्टिंग में उन्हे मजा नहीं आ रहा था। सोनू निगम के मुताबिक कई चीजें रिपीट हो रही थी। जिसकी वजह से वो शो को एंज्वॉय नहीं कर पा रहे थे। सोनू ने इस पर जोर देकर कहा कि उनके ग्रामर, शब्दों के ज्ञान का भंडार सब खत्म हो गया था और एक ही चीज बार बार रिपीट हो रही थी। इसलिए उन्होने शो को छोड़ना मुनासिब समझा। सोनू ने इस बारे में कहा कि लोग उन्हे शो से निकाले, इससे पहले वो खुद ही शो को छोड़कर चले जाएंगे। लहरें के साथ की गई इस खास बातचीत को आप लहरें पोडकास्ट यूट्यूब चैनल पर देख पाएंगे। इसी बातचीत में सोनू ने अपने एक्टिंग डेब्यू के बारें में भी विस्तार से बातें की हैं।
सोनू निगम ने इसी इंटरव्यू में कहा कि उन्हे इस शो के दौरान काफी स्कोप मिला और कई दिग्गजों के साथ उनकी मुलाकात ने उन्हे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। संगीत के इन्ही दिग्गजों में मशहूर गजल गायक मेहंदी हसन से उनकी मुलाकात भी शामिल हैं। जिन्होने सोनू को खूब प्यार और आगे बढ़ने के लिए आशीर्वाद दिया था। सोनू ने इस दौरान अपने पिता के साथ स्टेज शो पर जाकर गाने को भी याद किया और कहा कि उनके शुरूआती टीचर उनके पिता ही थी। जिन्होने उन्हे गाना का ककहरा सिखाया था। इसके बाद उन्होने बाकायदा गाने की ट्रेनिंग भी ली थी। 90 के दशक के आखिर में और उसके बाद के सालों में सोनू निगम की गायकी को लोगों ने खूब पसंद किया था।
सोनू निगम के साथ हालाकि कई विवाद भी सामने आए,लेकिन उन्होने हर विवाद का सामना पूरे धैर्य के साथ किया। आज भले ही सोनू निगम की आवाज़ फिल्मों में ज्यादा सुनने को नहीं मिलती है, लेकिन एक जमाना था जब सोनू निगम, अलका यागनिक,साधन सरगम,कुमार सानू और उदित नारायण व कविता कृष्णमूर्ती की आवाज़ें लोगों के दिलों में बसी हुई थी और आज भी लोग इन गायक कलाकारों के गानों को सुनना पसंद करते हैं।