Laapataa Ladies Out Of The Oscar Race: फिल्म निर्देशक किरण राव द्वारा निर्देशित फिल्म लापता लेडीज 97वें ऑस्कर पुरस्कारों की रेस से बाहर हो गई है। जानकारी के मुताबिक ऑस्कर की शार्टलिस्ट में फिल्म जगह बनाने में नाकाम रही है। अकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने 15 शार्टलिस्ट फिल्मों की घोषणा की है। इसमें किरण राव की इस फिल्म का नाम शामिल नहीं है। सितंबर महीने में जब फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 27 भारतीय फिल्मों में से लापता लेडीज को चुना था, तब लोगों को आशा थी कि ये फिल्म ऑस्कर में अपनी जगह जरूर बनाएगी। उस वक्त इस फिल्म को रणबीर कपूर की एनिमल,राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता आट्टम और ऑल वी पर प्राथमिकता दी गई थी। पर अब लापता लेडीज ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई है। ऑस्कर की रेस से फिल्म के बाहर होने पर सोशल मीडिया पर यूजर्स फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। तो वहीं फिल्म मेकर हंसल मेहता ने भी फेडरेशन पर तंज कसा है।
हंसल मेहता ने जताई नाराजगी:
फिल्म मेकर हंसल मेहता ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर एक पोस्ट साझा किया है। जिसमें उन्होने फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की जमकर आलोचना की है और नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा है कि फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने फिर से वो कर दिया। साल दर साल उसका स्ट्राइक रेट और फिल्म के सेलेक्शन का ये दस्तूर जारी है। मेहता ने इसके साथ उन 15 फिल्मों के नामों की लिस्ट भी साझा की है। जिसने शार्टलिस्ट में जगह बनाई है। भारतीयों के लिए ये निराशा की घड़ी जरूर है लेकिन एक दूसरी कटगरी में शार्ट फिल्म अनुजा ने बेस्ट लाइव एक्शन शार्ट फिल्म कटगरी में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गई है। इसके अलावा यूके की तरफ से भेजी गई फिल्म संतोष भी अपनी जगह बनाने में सफल रही है।
Film Federation of India does it again! Their strike rate and selection of films year after year is impeccable. pic.twitter.com/hiwmatzDbW
— Hansal Mehta (@mehtahansal) December 17, 2024
सोशल मीडिया यूजर्स ने फेडरेशन को लताड़ा:
सोशल मीडिया पर यूजर्स भी फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है कि इंडियन फिल्म्स लापता। एक दूसरे ने बैंडिट क्वीन की याद दिलाते हुए लिखा है कि इस फिल्म को भी नहीं भेजा गया था। कुछ यूजर्स ने पायल कपाड़िया की ऑल वी इमेजिन एज लाइट का जिक्र करते हुए लिखा है कि ऑस्कर के लिए ये फिल्म एक मजबूत दावेदार थी लेकिन इसे नहीं चुना गया था। ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज ने भी अपने एक्स हैंडल पर कुछ लापता लेडीज के पोस्टर साझा किए। रिकी केज ने कैप्शन में एक लंबा नोट लिखा है। उन्होने लिखा है कि #LaapataaLadies एक बहुत अच्छी तरह से बनाई गई, मनोरंजक फिल्म है, लेकिन सर्वश्रेष्ठ #InternationalFeatureFilm श्रेणी के लिए भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए ये बिल्कुल गलत विकल्प था। जैसी कि उम्मीद थी, यह हार गया। “हम कब महसूस करेंगे, साल दर साल, हम गलत फिल्में चुन रहे हैं। कई बेहतरीन फिल्में बनी हैं और हमें हर साल #InternationalFeatureFilm की श्रेणी जीतनी चाहिए।
इन फिल्मों ने बनाई जगह:
जिन फिल्मों ने इस शार्टलिस्ट में जगह बनाई है, उनके नाम इस तरह से हैं। इनमें ब्राजील की फिल्म ‘आई एम स्टिल हियर’, कनाडा की फिल्म ‘यूनिवर्सल लैंग्वेज’, चेक गणराज्य की ‘वेव्स’, डेनमार्क की ‘द गर्ल विद द नीडल’ और फ्रांस की ‘एमिलिया पेरेज’ जर्मनी की ‘द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग’, आइसलैंड की ‘टच’, आयरलैंड के ‘नी कैप’, इटली की ‘वेर्मीगलिओ’ और लातविया की ‘फ्लो’ ने अकादमी अवार्ड्स की फॉरेन फिल्म कैटेगरी में अपनी जगह बनाई है।