Raj Kapoor की क्लासिक Ram Teri Ganga Maili के लिए Mandakini नहीं ये एक्ट्रेस थी पहली पसंद, इस वजह से नहीं कर पाई फिल्म

एक्ट्रेस व राजनेत्री खूशबू सुंदर ने हाल ही अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि मंदाकिनी राज कपूर की क्लासिक फिल्म राम तेरी गंगा मैली के लिए पहली पसंद नहीं थी। जानिए फिल्म से जुड़ा ये रोचक तथ्य

Khushboo Sundar On Ram Teri Ganga Maili: हिंदी सिनेमा के पहले शोमैन राज कपूर की 1985 में रिलीज कल्ट क्लासिक फिल्म राम तेरी गंगा मैली की ब्लॉकबस्टर कामयाबी से मंदाकिनी रातों रात स्टार बन गई थी। हालाकि फिल्म के कुछ सीन्स को लेकर काफी विवाद भी हुआ था। इस फिल्म की कामयाबी से राज कपूर के बेटे राजीव कपूर भी शोहरत की बुलंदी पर पहुंच गए थे। एक्ट्रेस मंदाकिनी के कई बोल्ड सीन्स की वजह से ये फिल्म सुर्खियों में थी और बाद में हिंदी सिनेमा की कल्ट क्लासिक फिल्म बन गई। अब करीब 40 साल बाद इस फिल्म को लेकर एक्ट्रेस खुशबू सुंदर ने बड़ा खुसाला किया है। खुशबू के मुताबिक इस फिल्म के लिए मंदाकिनी यानि यासमीन जोसेफ पहली पसंद नहीं थी।

राम तेरी गंगा मैली के लिए यासमीन जोसेफ बन गई मंदाकिनी:

राज कपूर को फिल्म राम तेरी गंगा मैली के लिए एक फ्रेश चेहरे की तलाश थी और शोमैन की तलाश यासमीन जोसेफ पर आकर खत्म हो गई थी। राज कपूर को यासमीन नाम पसंद नहीं आया। इसलिए उन्होने यासमीन जोसेफ को एक फिल्म नाम दिया और मंदाकिनी के नाम से हिंदी सिनेमा में लॉन्च किया और इस तरह यासमीन जोसेफ लोगों के लिए मंदाकिनी बन गई। फिल्म की रिलीज के बाद विवाद तो हुए, लेकिन फिल्म सक्सेज रही और फिल्म से जुड़े सभी कलाकार स्टार बन गए।

खुशबू सुंदर थी पहली पसंद:

एक्ट्रेस, फिल्म मेकर व पॉलीटिशियन खुशबू सुंदर ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि वो फिल्म राम तेरी गंगा मैली के लिए राज कपूर की पहली पसंद थी। विकी लालवानी के यूट्यूब चैनल के लिए बात करते हुए खूशबू ने कहा कि उस वक्त उनकी उम्र करीब 14 साल की थी। राज कपूर उन्हे अपनी फिल्म राम तेरी गंगा मैली से लॉन्च करने जा रहे थे। फिल्म के लिए फोटोशूट भी हो गया था। फोटोशूट के देखकर राज कपूर ने कहा कि यही हमारी गंगा है। खूशबू ने आगे कहा कि राज कपूर की पहले योजना गंगोत्री के शेड्यूल को खत्म करने की थी लेकिन तब वहां बर्फबारी हो रही थी। इसलिए फैसला किया गया कि पहले कोलकाता का शेड्यूल पूरा कर लेते हैं, जहां एक वेश्यालय का सीन फिल्मांया जाना था। ये वहीं सीन था वहां हीरोइन के साथ उसका बच्चा भी होता है। इस सीन पर रिसर्च की गई, तो फैसला हुआ कि एक्ट्रेस 14 साल की काफी यंग है और फिर उसके हाथ में बच्चा थमा देंगे, तो ये अच्छा नहीं लगेगा। ये बात राज कपूर के दिमाग में खटक गया। इसके बाद उन्होने दूसरे विकल्प की तलाश शुरू की और इस तरह उन्हे मंदाकिनी मिल गई और मैं फिल्म से बाहर हो गई। हालाकि उस वक्त मंदाकिनी की उम्र भी करीब 16 साल के आस पास थी।

इन सीन्स को लेकर हुआ था विवाद:

फिल्म में दो सीन्स ऐसे थे, जिसे लेकर तब काफी विवाद हुआ था। पहला एक्ट्रेस मंदाकिनी पारदर्शी सफेद साड़ी पहन जब झरने के नीचे नहाती हैं और दूसरा जब वो अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं। दोनों ही सीन्स काफी बोल्ड थे और ऐसा फिल्मांकन पहले कभी फिल्म मेकर ने हिंदी सिनेमा में नहीं किया था। फिल्म में मंदाकिनी और राजीव कपूर लीड में थे, तो वहीं संगीत रवींद्र जैन का था। फिल्म के लेखक व निर्देशक राज कपूर थे।

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