Pain Of Not Getting Election Ticket: बिहार के चुनावी (Bihar Election 2020) रण में राजनीतिक दल (Political party) अपने-अपने योद्धाओं को उतार रहे हैं। एक तरफ जहां सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपनी प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ अन्य राजनीतिक दल भी सभी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए अपने-अपने पत्ते खोल रहे हैं। कई सीटें ऐसी भी हैं, जहां राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों को बदला है, तो कई सीटों पर टिकट के सबसे प्रबल दावेदारों को निराशा का सामना करना पड़ा है। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) लड़ने के लिए पार्टी का टिकट न मिलने के गम में जहां एक विधायक को हार्ट अटैक आ चुका है तो वहीं कई अन्य फूट-फूटकर रोते दिखाई दिए। आइए आपको बतातें हैं अब बिहार चुनाव में टिकट कटने का दर्द कौन-कौन से नेता नहीं झेल पाए हैं।
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बिहार चुनाव टिकट नहीं मिलने का दर्द
1. जहानाबाद के घोसी विधानसभा से जेडीयू की प्रेमा देवी को जब टिकट नहीं मिला तो जमीन पर लेटकर रोने लगी।
2. मुजफ्फरपुर के औराई से राजद विधायक प्रो. सुरेंद्र राय को टिकट कटने की खबर मिली तो अपने समर्थकों के बीच रोने लगे।
3. मोतिहारी के हरसिद्धि से राजद विधायक राजेन्द्र राम का टिकट कटा तो आहत होकर वनवास ले लेने की बात कही और उनका एक करीबी कार्यकर्ता खूब रोया।
4. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में प्रदेश महासचिव सीमा कुशवाहा को टिकट नहीं मिला तो सोशल मीडिया पर भराई आवाज और आंखों में आंसू छिपाते वीडियो पोस्ट किया।
5. आरा से राजद विधायक नवाज आलम की सिटिंग सीट माले को चली गयी तो उन्हें ऐसा सदमा लगा कि हार्ट अटैक आ गया। एक हॉल में समर्थकों के बीच अपना दुःख सुनाते समय आया अटैक। अभी अस्पताल में हैं।
6. छपरा के अमनौर से बीजेपी विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा का टिकट कटा तो आजीवन अन्न जल ग्रहण नहीं करने का प्रण ले लिया।
7. कैमूर में एक भी सीट जेडीयू को नहीं मिली। खुद भी टिकट नहीं मिला तो जेडीयू नेता, जिलाध्यक्ष और भभुआ के पूर्व विधायक डॉ. प्रमोद पटेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आवाज लड़खड़ाई, आंखों में आंसू आए।
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इसबार बिहार में नहीं दिखाई देगा लालू का देशी अंदाज, न सुनाई देगी रामविलास की सधी आवाज
कोरोना काल में बिहार में हो रहा यह विधानसभा चुनाव ऐसे तो कई मामलों में अलग होगा, लेकिन यह चुनाव इन मामलों में भी खास होगा कि प्रचार में न तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद का मजाकिया अंदाज दिखाई देगा और न ही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के वरिष्ठ नेता रामविलास पासवान की सधी आवाज सुनाई दगी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए करीब सभी प्रमुख दलों ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। राजद के स्टार प्रचारकों में खास गंवई अंदाज में वोट मांगने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह भी इस चुनाव में मतदाताओं को नहीं लुभाएंगें। वेसे कोरोना काल में हो रहे इस चुनाव में सोशल डिस्टेंसिंग के कारण बडी रैलियों पर रोक लगाई गई है, फिर भी छोटी रैलियों की मंजूरी दी गई है।
ऐसे में माना जा रहा है कि क्षेत्रीय दलों का पूरा जोर छोटी रैलियों पर हेागा। राजद के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में पहले नंबर पर रहने वाले और अपनी भाषण शैली के जरिए मतदाताओं को रूख मोड़ देने की प्रतिभा वाले लालू प्रसाद इस चुनाव में प्रचार करते नजर नहीं आएंगें। वहीं लोजपा के अध्यक्ष रहे रामविलास पासवान और राजद के उपाध्यक्ष रहे रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया है, यही कारण है कि उनकी दमदार आवाज भी इस चुनाव में नहीं सुनाई देगी।
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