जब Jagjit Singh ने पहली बार रिकॉर्ड किया था भोजपुरी गाना, जानिए कैसे बिठाया था भोजपुरी अल्फाज़ों से तालमेल

गजल सिंगिंग के लिए मशहूर गायक व संगीतकार जगजीत सिंह ने दूसरी कई भाषाओं के अलावा भोजपुरी फिल्म के लिए भी गाना गाया है। तो जानते हैं कि उस वक्त जगजीत सिंह ने क्या कहा था

When Jagjit Singh Recorded Bhojpuri Song: गजल सम्राट जगजीत सिंह ने गजलों के अलावा कई हिंदी फिल्मों के मशहूर गीत गाए हैं। जगजीत सिंह आज भले ही हमारे बीच मौजूद नहीं हैं लेकिन कलाकारों की मौजूदगी वक्त की मोहताज नहीं होती है। वो अपनी कला के जरिए सदियों तक अपने अस्तित्व को बरकरार रखती है। भारतीय शास्त्रीय संगीत में जगजीत सिंह की शैली को बोल प्रधान के नाम से जाना जाता है। जिसमें शब्दों पर जोर दिया जाता है। जगजीत सिंह औरो की तरह ही मुंबई अपना करियर बनाने आए थे और यहां उन्हे इसके लिए काफी संघर्ष भी करना पड़ा था। बाद में उन्हे एक एलबम के गीत बात निकलेगी तो दूर तक जाएगी के जरिए लोकप्रियता मिली और इसके बाद उन्होने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा।

तमाम कामयाबी के बाद शोहरत की बुलंदी पर पहुंचे जगजीत सिंह की निजी लाइफ बहुत ही ट्रेजिडी भरी रही है। बेटे की असमय मौत के बाद उन्होने कुछ समय के लिए गाना भी बंद कर दिया था। लेकिन फिर वो आगे बढ़े और गजल व गायिकी की दुनिया में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा गए। हिंदी व दूसरी भाषाओं के अलावा जगजीत सिंह ने भोजपुरी में भी गाना रिकॉर्ड किया है। भोजपुरी फिल्म पूरब: द मैन फ्रास द ईस्ट के लिए इन्होने फिल्म के हीरो व गायक मनोज तिवारी के साथ मिलकर ये गाना रिकॉर्ड किया था। जिसके बोल जब पूरब जागी तो सुबह होई थे।

जगजीत सिंह से इस गाने की रिकॉर्डिंग के समय लहरें ने खास बातचीत की थी। जिसमें उन्होने अपने पहले भोजपुरी गाने की रिकॉर्डिंग के अनुभवों को शेयर किया था। जगजीत सिंह का ये पूरा इंटरव्यू देखने के लिए आप लहरें रेट्रो का यूट्यूब चैनल क्लिक कर सकते हैं। इस इंटरव्यू में गजल सम्राट ने कहा कि भोजपुरी में जुबान कोई मुश्किल नहीं है मैनेज करना, मेहनत करें, तो सब कुछ हो जाता है। भोजपुरी भी एक तरह से हिंदी जैसा ही है। आगे गायक ने भोजपुरी का ये गाना गाकर भी बताया और फिल्म के संगीतकार लाल सिन्हा व गीतकार बिपिन बहार के बारे में भी की और कहा कि यूं तो हम एक दूसरे के साथ मिलते रहते थे, लेकिन जब इन्होने कहा कि वो भोजपुरी में गाना उनके साथ रिकॉर्ड करना चाहते हैं। तो वो बहुत खुश हुए।

जगजीत सिंह ने आगे कहा कि गाना चूंकि उनके पसंद का था और वो जैसा गाते हैं उस फ्लेवर का था। इसलिए उन्होने इसे गाया है। अब इस गाने व फिल्म की कामयाबी के बाद, उन्हे और गाने भी मिल सकते हैं। ये फिल्म की कामयाबी पर निर्भर करता है। मनोज तिवारी व दूसरे भोजपुरी कलाकारों से सजी ये फिल्म पूरब 2007 में रिलीज हुई थी। तो चलिए देखते हैं गजल सम्राट जगजीत सिंह का ये इंटरव्यू।

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