Nirmal Pandey the actor who got Best Actress award: बॉलीवुड के वर्सेटाइल एक्टर निर्मल पांडे जोकि अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन उनकी फिल्में और उनकी परफॉर्मेंस आज भी उनकी याद दिलाती रहती है। निर्मल पांडे जिन्होंने NSD से एक्टिंग की पढ़ाई की थी और उसके बाद भी कई सालों तक बड़े-बड़े थियेटर ग्रुप्स के साथ अंतर्राष्ट्रीय नाटकों में काम किया था। निर्मल पांडे अगर आज जीवित होते, तो उनके साथ के एक्टर्स मनोज बाजपेयी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और पंकज त्रिपाठी को काफी कॉम्पिटिशन करना पड़ता।
निर्मल जिन्होंने साल 1994 में आई फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ से बॉलीवुड में अपना आधिकारिक डेब्यू किया था। इस फिल्म में उन्होंने विक्रम मल्लाह का किरदार निभाया था। लेकिन निर्मल को असल पहचान उन्हें साल 1996 में आई फिल्म ‘दायरा’ से मिली थी। यह ही वो फिल्म थी जिसमें उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया था। इस फिल्म में निर्मल ने एक समलैंगिक का किरदार निभाया था और इस किरदार को बखूबी से निभाने के लिए ही उन्हें एक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया था।
निर्मल को अमोल पालेकर की ‘दायरा’ में एक समलैंगिक के किरदार के लिए 1997 के फ्रांस के वैलेंसिएन्स फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया था। उन्होंने वैलेंसिएन्स फिल्म फेस्टिवल में मुख्य अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी के साथ सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार साझा किया था। भारत से निर्मल ही एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
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इस फिल्म के बाद निर्मल ने कई रियलिस्टिक और कमर्शियल फिल्मो में भी काम किया था। उन्होंने सलमान खान के साथ फिल्म ‘औजार’ में भी काम किया था, इस फिल्म में उन्होंने विलेन का किरदार निभाया था। निर्मल एक ऐसे अभिनेता था, जिन्हें कमर्शियल फिल्मों से कोई परहेज नहीं था। निर्मल का मानना था कि बस एक फिल्म की मेकिंग अच्छी होना चाहिए। निर्मल ने कई सालों पहले हमे दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि, ‘’मैंने बैंडिट क्वीन और दायरा जैसी फिल्में भी की है, लेकिन मैं कमर्शियल फिल्में भी कर रहा हूं। मेरा मानना है कि एक फिल्म की मेकिंग अच्छी होनी चाहिए और वो ही फिल्म अच्छी होती है।’’ बता दें कि, निर्मल पांडे का साल 2010 में 47 वर्ष की आयु में हार्ट अटैक से निधन हो गया था।