अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं गीतकार Javed Akhtar, सफलता पाने के लिए कभी किया था कड़ा संघर्ष

गीतकार जावेद अख्तर आज 78 साल के हो गए हैं। 17 जनवरी 1945 को जन्में जावेद अख्तर ने करियर के शुरूआती दौर में कड़ा संघर्ष किया था

Happy Birthday Javed Akhtar: गीतकार जावेद अख्तर, आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उनका नाम अक्सर राजनीतिक व सामाजिक मुद्दों पर बयान देने से हमेशा सुर्खियों में रहता है। गीतकार का सफर तय करने से पहले जावेद अख्तर ने हिंदी सिनेमा में अपना मुकाम बनाने के लिए काफी संघर्ष किया था। कई रातें आधे पेट चने खाकर गुजारी तो रहने का कोई ठिकाना न होने की वजह से खुले आसमान के नीचे भी उन्हे सोना पड़ा। बाद में जब छोटे मोटे काम डायलॉग लिखने वगैरह के मिलने लगे तो कमाल अमरोही स्टूडियो कुछ दिनों का ठिकाना बना।

जावेद अख्तर उस वक्त की एक बड़ी साहित्यिक शख्सियत रहे जान निसार अख्तर के बेटे हैं। बावजूद इसके उन्होने काम पाने के लिए कभी भी अपने पिता के नाम का सहारा नहीं लिया। 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर शहर में जन्में जावेद साहब अब 78 साल के हो गए हैं। उनका नाम उनके पिता जान निसार अख्तर की एक नज्म से रखा गया था। जिसके बोल है, लम्हा किसी जादू का फसाना होगा। ये जादू ही नाम तो जावेद साहब का है। हाल ही में इसी नाम से उनपर लिखी किताब जादूनामा का विमोचन किया गया है। जावेद साहब की जोड़ी जब लेखक सलीम खान के साथ बनी। तो फिर कमाल हो गया। सलीम-जावेद के नाम से इस लेखक जोड़ी ने फिर एक के बाद एक हिट फिल्में दी। जिनमें हाथी मेरी साथी,शोले,दीवार,अंदाज़,सीता और गीता,यादों की बारात,ज़ंजीर,दोस्ताना,क्रांति,मिस्टर इंडिया,डॉन जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी।

सलीम-जावेद ने एक साथ करीब 25 फिल्मों में काम किया और करीब करीब हर फिल्म कामयाब रही। अमिताभ बच्चन को सफलता के शिखर पर पहुंचाने का श्रेय भी इसी लेखक जोड़ी को जाता है। बाद में कुछ मतभेदों के चलते सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई और जावेद अख्तर फिर गाने लिखने लगे। सिलसिला में जावेद अख्तर ने पहली बार गाने लिखे जो खूब पसंद किए गए। बस यहीं से गीत लिखने का सिलसिला जावेद अख्तर का शुरू हो गया। जावेद अख्तर का नाम आज बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है।

गीत लिखने के अलावा जावेद अख्तर कुछ सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखते रहते हैं, जिसकी वजह से वो हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। अगर बात करें, जावेद अख्तर के उन बयानों की जिसकी वजह से वो विवादों में रहे हैं, तो उनमें भारत में दक्षिणपंथ की तुलना तालिबान करना,अभिनेत्री कंगना रनौत का जावेद अख्तर के खिलाफ ऋतिक रोशन के मामले में शिकायत दर्ज कराना,बुर्का बैन,अजान लाउडस्पीकर मामला,बुल्ली बाई,जश्न-ए-रिवाज मामले जावेद अख्तर के बयान सुर्खियों में रहे हैं।

जावेद अख्तर ने फिल्म पठान को लेकर हालिया बयान दिया है। उस पर भी राजनीतिक बहस हुई, जिसमें उन्होने कहा था कि अब धर्म के हिसाब से सेंसर बोर्ड बनाना चाहिएताकि संत के साथ ही मौलवियों को भी फिल्म देखने का मौका मिले। बात अगर जावेद अख्तर के निजी जिंदगी की करें तो उन्होने दो शादियां की हैं। पहली शादी हनी ईरानी से की, जिससे उनके फरहान अख्तर और जोया अख्तर दो बच्चे हैं। बाद में जावेद अख्तर ने शबाना आजमी से शादी की और पहली वाइफ को तलाक दे दिया। शबाना से जावेद के कोई संतान नहीं है।

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