Abhijeet Bhattacharya Most Explosive Interview: बॉलीवुड में 90 दशक के दशक को म्यूजिकल इरा के रूप में जाना जाता है। इस दौर में जहां बेहतरीन संगीत क्रिएट हुआ वहीं दूसरी ओर लता मंगेशकर व आशा भोंसले के अलावा अलका यागनिक,कविता कृष्णमूर्ति,साधना सरगम और अनुराधा पौडवाल के साथ ही उदित नारायरण, सोनू निगम और कुमार सानू की आवाजों के लोग दीवाने थे। इन शानदार गायकों के बीच सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य भी अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए थे। जिनके अधिकतर गाने शाहरुख खान पर फिल्माएं गए थे। कुमार सानू और उदित नारायण जैसे कामयाब गायकों के बीच में अभिजीत अपनी प्रतिभा के दमपर सफलता के शिखर पर पहुंचे थे। गायक अभिजीत ने लहरें से अपने करियर, कामयाबी और दूसरे गायकों के साथ प्रतिस्पर्धा पर खुलकर बातचीत की है।
लहरें से खास बातचीत में अभिजीत दा ने बताया कि कैसे उन्हे शुरूआती दौर नें संगीतकार राहुल देव बर्मन ने एक बंगाली फिल्म के अलावा हिंदी फिल्म आनंद और आनंद में ब्रेक दिया और बाद में उनसे मुंह मोड लिया। अभिजीत दा ने इस बारे में बताया कि वो आरडी बर्मन और बप्पी लहरी के बीच उस वक्त चल रही प्रतिस्पर्धा का शिकार हो गए। जिसकी वजह से उन्हे सात सालों तक संघर्ष करना पड़ा था। हालाकि इस बीच उन्होने उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब की मदद से हिंदुस्तान लीवर में तब 350 रूपये महीना का नौकरी कर ली थी। बाद में नौकरी भी छूट गई थी। जिसकी वजह से अभिजीत को बहुत संघर्ष करना पड़ा।
अभिजीत भट्टाचार्य ने फिर आगे बताया कि 1990 के आसपास संगीतकार आनंद मिलिंद ने उन्हे फिर सलमान खान की फिल्म बागी में गाने का मौका दिया। फिल्म तो ज्यादा नहीं चली पर गाने खूब हिट हुए। बस यहीं से फिर अभिजीत की किस्मत के सितारे चमकने लगे। इसके बाद संगीतकार जोड़ी जनित ललित के गाने ने अभिजीत को शोहरत की बुलंदी पर पहुंचा दिया। जतिन ललित ने शाहरुख खान अभिनीत ज्यादातर फिल्मों में संगीत दिया और अभिजीत से शाहरुख खान के लिए गाने गवाए। इसलिए अभिजीत को शाहरुख खान की आवाज़ भी कहा जाता है। शोहरत की बुलंदी पर पहुंचने से पहले 90 के दशक में अभिजीत को दूसरे फिल्मी कलकारों की तरह ही अंडरवर्ल्ड की धमकी भी आई थी। जिसका खुलासा अभिजीत ने लहरें के साथ बातचीत में किया है। गायक ने कहा कि उन्होने अपने मशहूर गाने गाकर अबू सलेम को खुश कर दिया था, जो उस वक्त उन्हे धमकी दे रहा था।
अभिजीत ने अपने इंटरव्यू में संगीतकार ए आर रहमान के साथ गाने के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि एआर रहमान ने हालाकि अच्छे गाने किए थे। पर उनके साथ एआर रहमान की ट्यूनिंग ज्यादा नहीं बन पाई। ऐ नाजनीन सुनो ना जैसे मशहूर गानों के अलावा अभिजीत ने एआर रहमान के साथ ज्यादा काम नहीं किया। लहरें को दिया ये पूरा इंटरव्यू आप लहरें रेट्रो यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं।